रोम, 16 जुलाई, 2012 (कैथन्यूज़) सीरिया में वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष मारियो
जेनारी ने सीरिया में वृहस्पतिवार 12 जुलाई को हुए एक आत्मघाती हमले में 200 लोगों के
मौत की कड़ी आलोचना की है। घटना के असार सीरिया के त्रेमसेह के निकट मुहरादा में
एक आत्माघाती हमलाव ने एक कार में एक बम विस्फोट कराया जिसमें कई लोगों की मौत हो गयी
है। सीरिया में संत पापा के प्रेरितिक नुनसियो (राजदूत) जेनारी ने कहा,"मैं संयुक्त
राष्ट्र संघके महासचिव बानकी मून की बातों को दुहराना चाहता हूँ कि संयुक्त राष्ट्र संघ
की निष्क्रियता को हिंसा और अत्याचार करने की छूट समझी जा सकती है।" राजदूत ने यह
भी कहा,"जहाँ निराशा है वही आशा है। हमें चाहिये कि हम आशावादी बनें क्योंकि इतिहास में
ईश्वर का हाथ रहा है और वह हमें चुनौतियों से जूझने की स्वतंत्रता देता है।" "सीरिया
ईसाई समुदाय निवास करते हैं अभी कठिनाइयों के दौर से गुज़र रहे हैं। फिर भी त्रेमसेह
में निवास करनेवाला ईसाई समुदाय ने यह निर्णय किया है कि वे इसे छोड़ कर नहीं जायेंगे।
उनका यह निर्णय बहुत ही उत्साहवर्द्धक और साहसपूर्ण है।" मालूम हो कि यूएन कौंसिल
में सीरिया में युएन पर्यवेक्षक के मिशन के बारे में बहस जारी रखा है जो 20 जुलाई को
समाप्त होगा। सन् 2011 के मार्च महीने से बशर अल अस्सद सरकार के ख़िलाफ हुए आंदोलन
से हो रही हिंसा में करीब 16 हज़ार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।