बैजिंगः रोम द्वारा नामांकित चीनी धर्माध्यक्ष गुरुकुल में बन्द, स्रोत
बैजिंग, 10 जुलाई सन् 2012 (रायटर्स): सार्वजनिक रूप से चीनी सरकार द्वारा समर्थित काथलिक
कलीसिया का परित्याग करनेवाले चीन के एक काथलिक पुरोहित जिन्हें सन्त पापा का अनुमोदन
मिलने के बाद धर्माध्यक्ष अभिषिक्त किया गया था विगत सप्ताहान्त अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार
कर लिये गये। मंगलवार को सूत्रों ने बताया कि धर्माध्यक्ष को एक गुरुकुल में क़ैद रखा
गया है। चीनी अधिकारियों की यह कार्रवाई चीन तथा वाटिकन के बीच सम्बन्धों में तनाव
ला सकती है। काथलिक कलीसिया में धर्माध्यक्ष की नियुक्ति केवल कलीसिया के परमाध्यक्ष
सन्त पापा कर सकते हैं जबकि चीन की सरकार इसे देश का आन्तरिक मामला मानती है। सूत्रों
के अनुसार सन्त पापा का अनुमोदन प्राप्त कर थदेयुस मा दाकिन को बैजिंग का धर्माध्यक्ष
अभिषिक्त किया गया था जिसके कुछ ही समय बाद अधिकारी आकर उन्हें ले गये। इस विषय में चीनी
सरकार द्वारा समर्थित देश भक्त चीनी काथलिक कलीसिया ने किसी भी प्रकार का बयाँ देने से
इनकार कर दिया है। वाटिकन सूत्रों ने धर्माध्यक्षीय अभिषेक की पुष्टि की है किन्तु
धर्माध्यक्ष की गिरफ्तारी पर टीका करने से इनकार कर दिया है। एशिया न्यूज़ के अनुसार
शनिवार को धर्माध्यक्ष थदेयुस मा दाकिन ने शंघाई में घोषित किया था कि वे चीनी सरकार
समर्थित देश भक्त कलीसिया का परित्याग कर रहे थे। अधिकारियों द्वारा ले जाये जाने के
बाद धर्माध्यक्ष दाकिन रविवार को ख्रीस्तयाग के लिये उपस्थित नहीं हो सके। सूत्रों के
अनुसार उन्हें शंघाई स्थित शेशान के गुरुकुल में रखा जा रहा है। गुरुकुल से किसी ने टेलिफोन
का जवाब नहीं दिया। चीन में काथलिकों की संख्या लगभग एक करोड़ बीस लाख है जिनमें
कम से कम साठ लाख काथलिक गुप्त रूप से धर्मपालन के लिये बाध्य हैं क्योंकि चीनी सरकार
केवल देश भक्त कलीसिया के माध्यम से ही धर्मपालन की अनुमति प्रदान करती है। सार्वभौमिक
काथलिक कलीसिया तथा सन्त पापा के प्रति स्वामी भक्ति प्रदर्शित करनेवालों को नाना प्रकार
उत्पीड़ित किया जाता है।