वाटिकन सिटीः अवैध अभिषेक चीन की कलीसिया के भविष्य को ख़तरे में डाल सकती है
वाटिकन सिटी, 04 जुलाई सन् 2012 (सेदोक): वाटिकन ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी कर कहा
कि अवैध अभिषेक चीन की कलीसिया के भविष्य को ख़तरे में डाल सकता है। वाटिकन स्थित
सुसमाचार उदघोषणा सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद ने उक्त अधिसूचना जारी कर कहा कि चीन में
आयोजित फादर जोसफ यू फूशेंग का हारबिन के धर्माध्यक्ष रूप में अवैध पुरोहिताभिषेक देश
के काथलिक धर्मानुयायियों के बीच विभाजन उत्पन्न कर चीन की कलीसिया के भविष्य को ख़तरे
में डाल सकता है। चीनी सूत्रों के अनुसार धर्माध्यक्षीय अभिषेक इस शुक्रवार तक हो
सकता है। वाटिकन की अधिसूचना में कहा गया कि चीनी अधिकारियों को इस बात की सूचना दे
दी गई है कि हारबिन के धर्माध्यक्ष का अभिषेक सन्त पापा के अनुमोदन के बग़ैर तथा चीनी
काथलिकों की इच्छा के विरुद्ध हो रहा है। अधिसूचना में यह भी कहा गया कि ऐसा अभिषेक
चीनी अधिकारियों एवं परमधर्मपीठ के बीच हाल में आरम्भ वार्ता के संकेतों के विपरीत होगा।
अधिसूचना में कहा गया, "हारबिन का धर्माध्यक्षीय अभिषेक एकतरफा ढंग से आयोजित किया
गया है तथा चीन की काथलिक कलीसिया में विभाजन, फूट एवं तनावों को भड़कायेगा।" इस बात
पर अधिसूचना में बल दिया गया कि केवल रोम के साथ सहभागिता में रहकर ही चीन की कलीसिया
अस्तित्व में रह सकती थी। "यदि चीन की कलीसिया, काथलिक कलीसिया है, तो, सन्त पापा
के अनुमोदन के बिना धर्माध्यक्षों को अभिषिक्त नहीं किया जा सकता है।" अधिसूचना में
स्पष्ट किया गया कि फादर जोसफ यू को सूचित कर दिया गया है कि उनके धर्माध्यक्षीय अभिषेक
को सन्त पापा का अनुमोदन प्राप्त नहीं है अस्तु हारबिन के काथलिक समुदाय पर उनका कोई
अधिकार नहीं होगा तथा रोम द्वारा उन्हें मान्यता नहीं दी जायेगी।