वाटिकन सिटीः सन्त पापा ने, एक भारतीय सहित, 19 प्रभु सेवकों की आज्ञप्तियाँ घोषित करने
की दी अनुमति
वाटिकन सिटी, 29 जून सन् 2012 (सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने गुरुवार, 28 जून
को परमधर्मपीठीय सन्त प्रकरण परिषद को 19 प्रभु सेवकों की धन्य घोषणा हेतु आज्ञप्तियाँ
जारी करने की अनुमति प्रदान कर दी। 28 जून को वाटिकन में जिन प्रभु सेवकों के चमत्कारों,
शहादत एवं वीरोचित गुणों को मान्यता प्रदान की गई है उनमें 04 इटली के, 07 स्पेन के,
02 संयुक्त राज्य अमरीका के तथा एक एक भारत, कनाडा, हॉलैण्ड, आयरलैण्ड तथा हँगरी के हैं।
भारत से तमिल नाड के लोकधर्मी, प्रभु सेवक देवसहायम् लाज़्ज़ारो पिल्लै का जन्म,
नात्ताल्लाम में, 23 अप्रैल, सन् 1712 ई. को हुआ था। 14 जनवरी, सन् 1752 ई. को, अराल
कुरुसादी में, उन्हें, ख्रीस्तीय विश्वास के ख़ातिर, मार डाला गया था। धन्य घोषणा
के लिये इटली के काथलिक पुरोहित फादर पीनो पुल्येसी की भी आज्ञप्ति घोषित की गई जिन्हें
इटली के माफ़िया की घृणा का शिकार बनना पड़ा था। फादर पुल्येसी अपने रविवारीय प्रवचनों
में माफ़िया तथा संगठनात्मक अपराधी गतिविधियों का मुक्त रूप से विरोध करते रहे थे जिसके
प्रतिशोध में, सन् 1993 में, पालेरमो शहर स्थित फादर के निवास में उनकी हत्या कर दी गई
थी। माफ़िया अपराधी दल के छः व्यक्तियों को इस अपराध के लिये उम्र क़ैद की सज़ा दी गई
है। इनके अतिरिक्त, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने, अमरीका के विख्यात टेलेविज़न
प्रचारक महाधर्माध्यक्ष फूलटन शीन के वीरोचित गुणों को भी मान्यता प्रदान कर उनकी धन्य
घोषणा हेतु आज्ञप्ति जारी करने की अनुमति दी। सन् 50 और सन् 60 के दशक में महाधर्माध्यक्ष
शीन प्रथम टेलेविज़न प्रस्तोता थे जिन्होंने सुसमाचार सम्बन्धी लोकप्रिय कार्यक्रम प्रसारित
किये थे। सन् 1930 के दशक में फूलटन शीन "द कैथलिक आर" शीर्षक से लोकप्रिय रेडियो प्रसारण
किया करते थे। सन् 1979 ई. में 84 वर्ष की आयु में अमरीका के लोकप्रिय महाधर्माध्यक्ष
फूलटन शीन का निधन हो गया था।