नयी दिल्ली, 25 जून, 2012 (कैथन्यूज़) बीजेपी के राष्ट्रपति उम्मीदवार पी.ए. संगमा ने
कहा है कि कंधमाल में हुए ईसाई विरोधी हिंसा के लिये हिन्दु राष्ट्रवादी पार्टी पर आरोप
‘अंधाधुँध आरोप’ है।
पी.ए. संगमा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने एक टीवी
चैनल को साक्षात्कार दिये।
मेघालय के आदिवासी काथलिक राजनीतिज्ञ और पूर्व लोकसभा
स्पीकर ने कहा कि कंधमाल हत्याओं में भारतीय जनता पार्टी के हाथ होने के कोई सबूत नहीं
है इसलिये उनपर किसी प्रकार का आरोप नही लगाया जाना चाहिये।
उन्होंने कहा ईसाईयो
का सबसे बड़ा गुण है क्षमा दान। हमें एक दूसरे को क्षमा करनी चाहिये। ईसाइयों का दिल
विशाल है। छिटपुट घटनाओं के आधार पर हम अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुँचते।
विदित
हो कि कुछ ईसाई संगठनों और सेक्युलर कार्यकर्ताओं ने सन् 2008 में हुए हमलों के लिये
बीजेपी पर दोष लगाया था। संगमा ने कहा कि बीजेपी संघ परिवार का एक राजनीतिक विंग हैं
हिन्दु धर्म के आधार पर थिओक्रेटिक राज्य चाहती है।
राष्ट्रपति प्रत्याशी संगमा
ने कहा कि भारत एक विशाल देश है और हमें चाहिये कि हमे कुछ छिटपुट घटनाओं के आधार पर
किसी निर्णय पर नहीं पहुँचें।
एक सवाल के जवाब में कहा कि वे राष्ट्रपति पद के
लिये चुनाव सिद्धांतों के लिये लड़ रहे हैं और उनका अंतःकरण साफ है। उन्होंने कहा कि
उनके प्रत्यासी बने से धर्मनिर्पेक्षता का कल्याण होगा।
संगमा ने कहा कि उनमें
राष्ट्रपति बनने की धुन सवार है ऐसी कोई बात नहीं वे तो सिर्फ भारतीय होने के अधिकार
का दावा कर रहे हैं। उत्तर पूर्ण क्षेत्र के एक आदिवासी होने का दावा कर रहे हैं।
एक
अन्य प्रश्न में उन्हें पूछा गया कि सिर्फ़ आपको कोई चमत्कार ही जिता सकती है तब उन्होंने
कहा कि वे चमत्कारों में विश्वास करते हैं।
संगमा ने वित्त मंत्री और यूपीए के
राष्ट्रपति प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी को मूल्य वृद्धि भ्रष्टाचार और रूपयों के मूल्यों
में गिरावट आने के लिये ज़िम्मेदार ढहराया है।