इटली के कृषकों के नेशनल फेडरेशन के प्रतिनिधियों के लिए संत पापा का संदेश
वाटिकन सिटी 22 जून 2012 ( सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इटली के किसानों के नेशनल
फेडरेशन के राष्ट्रीय सम्मेलन के लगभग 100 प्रतिनिधियों को वाटिकन स्थित क्लेंमेंतीन
सभागार में 22 जून को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह अवसर उन्हें इटली के ग्रामीण
इलाकों में जीवन जीने तथा कृषि कार्यों में कार्यरत् लोगों और उनके परिवारों के समर्पण
के प्रति अपनी कृतज्ञता और सराहना को व्यक्त करने का मौका देता है। संत पापा ने कहा
कि समाज, अर्थव्यवस्था, और काम न केवल धर्मनिरपेक्ष क्षेत्र हैं और ख्रीस्तीय संदेश के
लिए अजनबी लेकिन वे क्षेत्र हैं जो सुसमाचार के आध्यात्मिक समृद्धि से उर्वर होते हैं।
कलीसिया लोगों के जीवन की गुणवत्ता तथा उनकी कार्य परिस्थिति के प्रति कदापि उदासीन नहीं
रही है तथा मनुष्य और उसके जीवन के संदर्भों और उत्पादन कार्यों के प्रति निकटता महसूस
करती रही जो सचमुच में मानवीय हैं तथा मानवीयकरण करनेवाले हैं। संत पापा ने कहा कि
आर्थिक संकट और इसके परिणाम स्वरूप होनेवाली अस्थिरता ने किसानों और मछुआरों के सामने
नयी चुनौतियाँ खड़ी की हैं तथा कठिन परिस्थितियों के सामने उनका आह्वान किया जाता है
कि वे जिम्मेदारी की नवीकृत और गहन भावना का विकास करते हुए सह्दयता और शेयरिंग की मनोवृत्ति
दर्शाते हुए ख्रीस्तीय के समान इस संकट का सामना करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान आर्थिक
कठिनाईयों के आधार में नैतिक संकट है इसलिए नैतिकता के उच्च मापदंड की प्राथमिकता को
बनाये रखें। संत पापा ने कहा कि उनके प्रयत्न न केवल फार्मों और किसानों के अधिकारों
की रक्षा के लिए हों लेकिन पूरे समाज में परिवार की प्रमुख भूमिका को देखते हुए व्यक्ति
और उसकी पेशेवर दक्षता के समर्थन में मजबूत सामाजिक नीतियों को लागू करने के लिए प्रयत्न
करें। संत पापा ने सम्मेलन के प्रतिनिधियों को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि वे अपने काम
और सामाजिक शिक्षण के कार्यों को उदारता तथा परोपकार की भावना में करें। वे प्रार्थना
में आत्मिक शक्ति पायें तथा ख्रीस्त का सतत संदर्भ देते हुए सुसमाचार के सामाजिक आयाम
का साक्ष्य अपने काम में दिखाएँ। संत पापा ने कहा कि कृषि और मत्स्य पालन के क्षेत्र
में कार्यरत लोगों के श्रम और आनन्द को वे ईश्वर को समर्पित करते हुए उनके जीवन और काम
के लिए अपनी और कलीसिया के प्रेम और समर्थन को व्यक्त करते हैं।