मुम्बईः हरियाणा में चयनात्मक गर्भपात एवं नारी भ्रूण हत्या के विरुद्ध महिलाओं का संघर्ष
मुम्बई, 20 जून सन् 2012 (एशियान्यूज़): हरियाणा में ग्राम सभा की महिला समिति ने चयनात्मक
गर्भपातों एवं नारी भ्रूण हत्या को रोकने के लिये निरीक्षक दलों के गठन का निर्णय लिया
है। महिला समिति के प्रस्ताव के अनुसार हरियाणा के 14 ज़िलों में इस प्रकार के निरीक्षक
दलों को प्रेषित किया जायेगा जिनमें तीन महिलाएँ एवं एक पुरुष होगा। महिला समिति
के उक्त प्रस्ताव को अर्थपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हरियाणा भारत के उन राज्यों में
से है जहाँ चयनात्मक गर्भपात एवं नारी भ्रूण हत्या सबसे अधिक होती है। प्रस्ताव ग्राम
पंचायत तथा सरपंच के समक्ष रखा गया जिन्होंने इसका स्वागत किया है। प्रस्ताव के तहत सभी
आंगनवाड़ियों में गर्भवती महिलाओं को पंजीकृत किया जायेगा तथा अजन्में शिशु के लिंग के
आधार पर किये जानेवाले गर्भपातों एवं नारी भ्रूण हत्या को रोकने का प्रयास किया जायेगा।
महिला समिति की अध्यक्षा 50 वर्षीया बीरमती ने कहा कि चयनात्मक गर्भपात भारत में
अवैध है किन्तु धन कमाने के लिये कुछेक डॉक्टर इसके लिये तैयार हो जाते हैं। उन्होंने
बताया कि अजन्में शिशु के लिंग का पता लगाने के लिये परिवारों को पाँच हज़ार रुपये खर्च
करने पड़ते हैं और इतने ही रुपये गर्भपात के लिये, अस्तु, यदि बच्ची के जन्म पर यही दस
हज़ार रुपये बैंक में उसके नाम कर दिये जायें तो उसके विवाह के समय परिवारों को तकलीफ़
नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार परिवारों को परामर्श दे वे समस्या को सुलझाने का
प्रयास कर रहीं हैं।