कराची, 20 जून सन् 2012 (ऊका समाचार): कराची में ख्रीस्तीय कब्रस्तान में मचाई गई तोड़
फोड़ के बाद ख्रीस्तीय एवं मुसलिम नेताओं ने अधिकारियों से कब्रस्तानों की उचित सुरक्षा
हेतु ठोस उपायों की मांग की। कराची की काश्मीर कॉलोनी स्थित कब्रस्तान में तोड़ फोड़
के बाद सोमवार को पुलिस ने शिकायत दर्ज़ की। विध्वंसकों ने कब्रों पर से क्रूस की प्रतिमाओं
को तोड़ डाला, कई कफ़नों को खोदकर बाहर फेंक दिया तथा एक मृत व्यक्ति के शव को शत् विक्षत
कर दिया। कराची की काश्मीर कॉलोनी में लगभग 14, 000 ख्रीस्तीय निवास करते हैं।
स्थानीय पल्ली पुरोहित तथा काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय एवं शांति समिति
के धर्मप्रान्तीय अध्यक्ष, फादर सालेह डियेगो ने कहा कि कब्रस्तान के अपवित्रीकरण की
यह घटना अल्पसंख्यकों के भूस्थलों के बलात अधिकरण के प्रयासों का एक उदाहरण है। उन्होंने
बताया कि चार वर्षों पूर्व उग्रवादियों ने कब्रस्तान में तोड़ फोड़ मचाकर उसकी ज़मीन
हड़पने की कोशिश की थी जिसके बाद स्थानीय ख्रीस्तीयों ने कब्रस्तान के इर्द गिर्द दीवार
लगा दी थी। फादर डियेगो ने कहा, "वे ख्रीस्तीयों को उत्पीड़ित करने चाहते हैं तथा
लगता है कि मृतकों के प्रति उनमें सम्मान भाव नहीं है।" फादर डियेगो ने बताया कि
पाकिस्तान के रूढ़िवादी मुसलमान ख्रीस्तीयों को ही नहीं अपितु अहमदी मुसलमानों को भी
उत्पीड़ित करते रहे हैं। ख्रीस्तीय कब्रस्तानों के साथ उन्होंने अहमदी कब्रस्तानों की
ज़मीनों को हड़पने तथा उन्हें अपवित्र करने के कई प्रयास किये हैं। अहमदी मुसलमानों
के प्रवक्ता सलामुद्दीन ने काश्मीर कॉलोनी के कब्रस्तान में तोड़ फोड़ की निन्दा की तथा
कहा कि सरकार का दायित्व है कि वह अल्पसंख्यकों एवं उनकी सम्पत्तियों की रक्षा करे।