वाटिकन सिटी, 16 जून, 2012(कैथन्यूज़) वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको लोम्बारदी
ने कहा कि सीरिया में वार्ता की पहल आवश्यकता है।विश्वासियों को चाहिये कि वे प्रार्थना
करें और हरसंभव उनकी मदद करें जो पीड़ायें झेल रहे हैं।
फादर लोमबारदी ने उक्त
बात उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न चैनल के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’
में सीरिया की गिरती स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किये।
उन्होंने कहा, "सीरिया
में निर्दोष लोगों की हत्या और हिंसा के ख़बरें लगातार आ रहीं हैं और पिछले 15 महीनों
में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। लोगों में यह दहशत है कि देश की स्थिति
गृहयुद्ध की ओर जाती नज़र आती है।"
वाटिकन प्रवक्ता ने कहा, "एक समय था जब देश
शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिये जान जाता था और जहाँ विभिन्न रीति के लोगों के साथ भी
अंतरकलीसियाई वार्ता और अंतरधार्मिक वार्ता के द्वार खुले थे, पर अब यहाँ हिंसा और अव्यवस्था
का माहौला गर्म है।"
फादर लोमबारदी ने धन्य जोन पौल द्वितीय की सन् 2001 की सीरिया
यात्रा की याद की उस समय आपसी रिश्ते इतने सौहार्दपूर्ण थे कि उसे भूला नहीं जा सकता।
सीरिया में वाटिकन प्रतिनिधि महाधर्माध्यक्ष मारियो ज़ेनारी के अनुसार ‘नर्क
के गर्त्त की ओर जाता हुआ’ बतलाया है।
फादर लोमबारदी ने कहा, "संत पापा के बार-बार
अपील करने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब तक कोई कारगर उपाय नहीं खोज पाया है। उन्हें
मालूम है कि सीरिया कि स्थिति राजनीतिक रूप से पूरी दुनिया को प्रभावित करती है। उधन
कोफी अन्नान की शांति योजना भी सीरिया में असफल रही है। फादर लोमबारदी ने आशा व्यक्त
की है कि प्रार्थनाओं और मदद और शांति तथा वार्ता की पहल से क्षेत्र में शांति कायम हो
पायेगी।