मंगलोर, 16 जून, 2012 (कैथन्यूज़) मंगलोर के धर्माध्यक्ष अलोइसियुस पौल डीसूज़ा ने कहा,
"मंगलोर धर्मप्रांत तंजानिया धर्मप्रांत के लोगों के लिये लिये कार्य करेगी। इन दिनों
गंभीर विचार कर रही ताकि वह अफ्रीकी देशों में मिशनरी कार्य कर सकें।" धर्माध्यक्ष
डीसूज़ा ने कहा, "संत पापा के आह्वान पर कि हमें विश्वास के वरदान को दूसरों को बाँटना
है मंगलोर धर्मप्रांत ने निर्णय लिया है कि वे तंजानिया के सेम धर्मप्रांत में कार्य
करेंगे।" उन्होंने कहा कि सिद्धांततः हमने इस बात का निर्णय किया है कि हम सेम धर्मप्रांत
में अपनी सेवायें देंगे पर इसके पहले वहाँ की स्थिति का अध्ययन किया जायेगा और धर्मप्रांत
के साथ सहयोग करने की प्रक्रिया शुरु की जायेगी। विदित हो कि सेम धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष
रोगातुस किमरयो ने मंगलोर धर्माध्यक्ष से अपील की थी कि वे उनकी मदद करें। विगत अप्रैल
माह में धर्माध्यक्ष किमारयो ने मंगलोर धर्मप्रांत का दौरा किया और स्थानीय धर्माध्यक्ष
के साथ विचार-विमर्श किये थे। कैथन्यूज़ के अनुसार 27 जून को मंगलोर के धर्माध्यक्ष
के साथ एक पाँच सदस्यीय टीम 10 दिवसीय यात्रा के लिये सेम रवाना होगी। विदित हो कि
उर्सुलाइन फ्रांसिस्कन धर्मसमाज की सहायक जेनरल सिस्टर सुशीला सेक्वेइरा ने हाल ही में
सेम धर्मप्रांत का दौरा किया है। सिस्टर सेक्वेइरा ने बताया कि उनका धर्मसमाझ सन्
2004 से ही तंजानिया में कार्यरत है और वहाँ स्थानीय धर्मसंघीय बुलाहट भी प्राप्त हो
रहे हैं। तंजानिया में भारत के कपुचिन के 11 पुरोहित चार धर्मप्रांतों में कार्यरत
हैं और कार्मेलाइट धर्मसमाज के पुरोहित 30 वर्षों से सुसमाचार का प्रचार कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि सेम का धर्मप्रांत उत्तर पूर्वी तंजानिया के दो जिलों में फैला हुआ
है जहाँ की आबादी 3 लाख 26 हज़ार है जिसमें काथलिकों की संख्या 30 हज़ार है। सेम धर्मप्रांत
में 66 धर्मप्रांतीय पुरोहित 7 धर्मसमाजी पुरोहित 94 धर्मसमाजी धर्मबहनें, 55 धर्मप्रचारक
और 6 डीकन हैं।