अटलांटा, अमेरिका, 15 जून, 2012 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त के प्रतिनिधि अमेरिका में
वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष मरिया विगानो ने अमेरिका के धर्माध्यक्षों से अपील की
है कि वे कलीसिया की समस्यायों को विश्वास की रक्षा के लिये एकजुट होने का अवसर समझें।
उन्होंने कहा, विश्वासियों के समक्ष जो चुनौती है वह स्थानीय धर्माध्यक्ष और संत
पेत्रुस के उत्तराधिकारी के साथ एक होने और आज्ञाकारी बनने के लिये एक आमंत्रण है। यह
समर्पित धर्मसमाजियों और शिक्षण संस्थाओं के विशेष रूप से लागू होता है। अमेरिका में
वाटिकन के अपोस्तोलिक नुनसियो महाधर्माध्यक्ष बिगानो ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने
13 जून बुधवार को अटलांटा में धर्माध्यक्षों की तीन-दिवसीय विशेष महासभा को संबोधित किया।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि अमेरिका की काथलिक कलीसिया धार्मिक स्वतंत्रता और अंतःकरण
संबंधी अधिकारों के मामले में विशेष चुनौती का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि
ये बातें अमेरिकियों के ह्रदय में हैं इसलिये धर्माध्यक्षों का विशेष दायित्व है कि वे
एक भले चरवाहे रूप में इसे अपरिहार्य समझ कर अपना दायित्व निभायें। ये सभी बातें इसलिये
भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि देश में चुनावी माहौल है। इसलिये ये और ही नाजुक है। विदित
हो धार्मिक स्वतंत्रता काथलिक समुदाय के लिये इसलिये भी महत्वपूर्ण हो गया है ओबामा सरकार
ने स्वास्थ्य बीमा कराना आवश्यक कर दिया है जिसके तहत् कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा
कराना पड़ेगा। इसमें गर्भनिरोधक, बंध्याकरण, गर्भपात और उत्प्रेरण दवायें शामिल हैं भले
ही ऐसा करने से उनके अंतःकरण का उल्लंघन हो। महाधर्माध्यक्ष बिगानो ने धार्मिक स्वतंत्रता
मुद्दे पर धर्माध्यक्षों की एकता के लिये उन्हें सराहा और कहा कि चर्च को चाहिये कि आधुनिक
चुनौतियों के संबंध में अपनी एकता दिखाये।
उन्होंने कहा, "शत्रु की तकनीकि स्पष्ट
है, कलीसिया को विभाजित दिखाना।" विदित हो कि अमेरिका के धर्माध्यक्षों ने गर्भनिरोध
का विरोध किया है और कई धर्मप्रांतों ने तो इसके ख़िलाफ मुकदमा भी दायर किया है।
इस
अवसर पर बोलते हुए महाधर्माध्यक्ष बिगानों ने संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें की याद दिलायी
जिसमें उन्होंने कहा था वर्तमान समय धर्माध्यक्षों सत्य की रक्षा में बोलें और आशाभरे
शब्दों की पेशकश कर अपने नबी होने के आयाम का दायित्व पूरा करें।