वाटिकन सिटीः मनुष्य को ईश्वर के निकट लाना हवाई अड्डों पर सेवारत पुरोहितों का दायित्व,
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
वाटिकन सिटी, 12 जून सन् 2012 (सेदोक): हवाई अड्डों की प्रेरिताई में संलग्न धर्माध्यक्षों
एवं पुरोहितों ने, सोमवार को, वाटिकन में, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का साक्षात्कार
कर उनका सन्देश सुना।
हवाई अड्डों की प्रेरिताई में संलग्न धर्माध्यक्ष एवं पुरोहित,
इस समय, रोम में, आप्रवासियों एवं पर्यटकों की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय परिषद
के तत्वाधान में "नागर विमानन क्षेत्र में नवीन सुसमाचार उदघोषणा" शीर्षक से आयोजित 15
वें विश्व शिविर में भाग ले रहे हैं।
सन्देश में सन्त पापा ने कहा, "प्रिय मित्रो,
इस बात के प्रति आप सदैव सचेत रहें कि विश्व के हवाई अड्डों पर आप ईश्वर को मानव तक तथा
मानव का साक्षात्कार ईश्वर से कराने हेतु कलीसिया के मिशन को मूर्त रूप देने के लिये
बुलाये गये हैं।"
उन्होंने कहा, "हवाई अड्डे वे स्थल हैं जो हमारे युग की विश्वव्यापकता
को प्रतिबिम्बित करते हैं। ये विविध राष्ट्रीयताओं, संस्कृतियों, धर्मों तथा विभिन्न
सामाजिक वर्गों एवं आयु के लोगों का मिलन स्थल हैं।"
इसके साथ ही, उन्होंने कहा,
हवाई अड्डों के समुदाय विश्वास पर पड़े ख़तरों को भी प्रतिबिम्बित करते हैं जिससे अनेक
लोग प्रभावित हैं। सन्त पापा ने इस बात पर गहन चिन्ता व्यक्त की कि दीर्घकालीन कलीसियाई
परम्परा वाले देशों में भी ख्रीस्तीय धर्म के सिद्धान्त एवं मूल्य अब सन्दर्भ बिन्दु
नहीं माने जाते हैं।
सन्त पापा ने कहा कि धर्म और विश्वास पर मंडरा रहे ख़तरों
की पृष्टभूमि में, हवाई अड्डों की प्रेरिताई में संलग्न, पुरोहितों का आह्वान किया जाता
है कि वे अपने वचनों, अपनी उपस्थिति तथा आचार व्यवहार से प्रभु ख्रीस्त के सुसमाचार का
साक्ष्य प्रस्तुत करें।
सन्त पापा ने आशा व्यक्त की कि पुरोहितों के ख्रीस्तीय
आचार व्यवहार से प्रभावित हो सभी यात्री, अप्रवासी एवं पर्यटक, ईश्वर से प्रस्फुटित प्रेम
का अनुभव करें तथा प्रभु ख्रीस्त में अपने विश्वास को नवीकृत करें।