2012-06-09 14:11:15

‘उच्चस्तरीय मानवीय मूल्यों’ का प्रचार करें



वारसो, पोलैंड 9 जून, 2012(सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने पोलैंड के वारसो में आयोजित यूरोपियन फुटबॉल प्रतियोगिता 2012 के प्रतिभागियों से आग्रह किया है कि वे ‘उच्च स्तरीय मानवीय मूल्यों’ का प्रचार करें।

उन्होंने कहा, "मैं उन सब लोगों को जो इस प्रतियोगिता से जुड़े हैं प्रोत्साहन देता हूँ कि वे शांति और सच्ची खुशी के लिये कार्य करें ताकि लोग इस प्रतियोगिता को उच्च मानवीय मूल्यों और कार्यों की अभिव्यक्ति रूप में अनुभव कर सकें।"

संत पापा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने यूरोपियन फुटबॉल प्रतियोगिता के पूर्व पौलैंड धर्मीध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष जोसेफ मिचालिक को शुभकामना संदेश भेजा।

विदित हो कि एक माह तक चलने वाली फुटबॉल प्रतियोगिता का आरंभ 8 जून को शुरु हुआ जो 1 जुलाई तक जारी रहेगा।

फुटबॉल मैच पोलैंड और यूक्रेन दो देशों में खेला जायेगा। इस प्रतियोगिता में इटली और जर्मनी सहित यूरोप की 16 प्रमुख टीमें भाग ले रहीं हैं।

संत पापा का संदेश ऐसे समय में आया है जब काले खिलाड़ियों पर रंगभेद के बादल मंडरा रहे थे। यूरोपियन फुटबॉल की संचालन समिति ने इस बात का खुलासा किया कि डच राष्ट्रीय फुटबॉल टीम को पौलैंड फुटबॉल प्रेमियों द्वारा रंगभेद गीतों का सामना करना पड़ा।

संत पापा ने कहा, " फुटबॉल प्रतियोगिता एक ऐसा समय हो जब यह लोगों को एक-दूसरे का, यहाँ तक कि अपने प्रतिद्वंदी का सम्मान करना सिखाये ताकि व्यक्ति पूरी टीम की भलाई के लिये व्यक्तिगत बलिदान करना सीखे और एक-दूसरे को एक वरदान समझे।"

संत पापा ने कहा कि फुटबॉल एक ऐसा समय हो सकता है जब मानव व्यक्तिवादी और स्वार्थ की भावना से ऊपर उठकर अपने व्यवहार में भाईचारा और प्रेम को स्थान दे सकता है।

संत पापा ने कहा कि पोलैंड निवासी धन्य जोन पौल द्वितीय भी इस बात पर विश्वास करते थे कि खेलकूद में मानव के सर्वांगीण विकास का एक ऐसा महत्वपूर्ण साधन है जो जिससे एक सभ्य मानव समाज का निर्माण हो सकता है।

संत पापा जोन पौल द्वितीय कहा करते थे कि भाईचारा, ह्रदय की विशालता, ईमानदारी और सम्मान के द्वारा एक ऐसे समाज का निर्माण हो सकता है जहाँ विरोध की जगह प्रतियोगिता, संघर्ष की जगह समझौता और शत्रु का विरोध की जगह मित्रवत टकराव हो।"





















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