बेरुत, 4 जून, 2012(एशियान्यूज़) संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार परिषद ने सीरिया
के हाउला में हुए नरसंहार की कड़ी निन्दा की है। संयुक्त राष्ट्र संघ में हुए मतदान में
41 मत इसके समर्थन में और रूस चीन और क्यूबा का मत इसके विरोध में पड़ा। दो अन्य राष्ट्रों
ने वोट नहीं दिये और एक देश अनुपस्थित रहा।
रूस ने परिषद्में लाये गये प्रस्ताव
का विरोध यह कह कर किया कि यह "असंतुलित" है।
मानवाधिकार परिषद की सभा के उच्चायुक्त
नवी पिल्लय ने परिषद की सभा को बतलाया कि सीरिया की सरकार पर इस बात का आरोप लगाया जा
सकता है कि उसने मानवता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विरुद्ध जो अपराध किये हैं वह आम
नागरिकों पर योजनाबद्ध तरीके से आक्रमण करने का एक संकेत है।
विदित हो कि अरब
लीग ने पहले ही हाउला नरसंहार की भर्त्षणा की है। सुरक्षा परिषद को लिखे अपने एक पत्र
में लीग के महासचिव नाबिल एलाराबी ने कहा,"सीरिया में हो रही हिंसात्मक कारवाई को तुरन्त
रोका जाये और आवश्यक कदम उठाये जायें ताकि आम जनता और अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की
सुरक्षा निश्चित हो सके।"
विदित हो कि मंगलवार 5 जून को संयुक्त राष्ट्र संघ
की असेम्बली की बैठक होगी जिसमें सीरिया मुद्दे पर विचार-विमर्श होगे और मुख्य मध्यस्थ
कोफी अन्नन सुरक्षा परिषद को इसकी रिपोर्ट देंगे।