2012-06-02 10:31:18

मिलानः मानवता की मुख्य विरासत रूप में पारिवारिक मूल्यों की पुनर्खोज आवश्यक, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें


मिलान, 02 जून सन् 2012 (सेदोक): इटली के मिलान शहर स्थित पियात्सा दुओमो में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के स्वागत हेतु पहुँचे हज़ारों तीर्थयात्रियों एवं विश्व परिवार सम्मेलन के प्रतिनिमण्डलों को सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहा कि मानवता की मुख्य विरासत रूप में पारिवारिक मूल्यों की पुनर्खोज की जाना नितान्त आवश्यक है।

सन्त पापा ने कहा,................. "प्रिय मित्रो, आपका इतिहास संस्कृति और विश्वास से समृद्ध है। इससे आपकी कला, संगीत, साहित्य, संस्कृति, उद्योग, राजनीति, खेल, उदारताकी पहलें तथा सम्पूर्ण मिलान महाधर्मप्रान्त ओत् प्रोत् है। अब आपका दायित्व है कि आप इस गरिमामय अतीत, अनमोल आध्यात्मिक कोष एवं प्रदीप्तिपूर्ण परम्परा को, भावी पीढ़ियों तक संचारित कर, इसके योग्य उत्तराधिकारी बनें। समसामयिक संस्कृति में सुसमाचार के ख़मीर को एकीकृत करने की अत्यावश्यकता से आप सब परिचित हैं। हमारे लिये मरे और फिर जी उठे येसु ख्रीस्त में विश्वास से आपका सम्पूर्ण जीवन अनुप्राणित होना चाहिये ताकि स्थायी एवं यथार्थ कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो सके, और यह सब परिवार से शुरु होना चाहिये जिसके मूल्यों की पुनर्खोज, मानवता की प्रमुख विरासत तथा मनुष्य के पक्ष में सच्ची और स्थायी संस्कृति के संकेत रूप में की जानी चाहिये।"

एक पुरुष एवं एक स्त्री के मध्य विवाह बन्धन से निर्मित परिवार की नींवों को मज़बूत करने के इरादे से, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें शुक्रवार को रोम से मिलान के लिये रवाना हुए थे। काथलिक न्यूज़ सर्विस से बातचीत में वाटिकन की न्याय एवं शान्ति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के उपाध्यक्ष धर्माध्यक्ष जाँ लेफीत ने कहा कि परिवार सम्मेलन में सन्त पापा का शरीक होना दर्शाता है कि सन्त पापा ख्रीस्तीय मूल्यों पर आधारित परिवार के महत्व को प्रकाशित करना चाहते हैं। धर्माध्यक्ष ने कहा, "यह ऐसा है मानों सन्त पापा कह रहे हों, मैं परिवारों को अत्यधिक महत्व देना चाहता हूँ; मैं परिवार के सदैव निकट हूँ, परिवार जो अनुभव कर रहे हैं उसपर मुझे विश्वास है इसलिये मैं परिवार में आशा का संचार करना चाहता हूँ।"

विश्व परिवार सम्मेलनों का सिलसिला सन् 1994 में रोम में आयोजित परिवार सम्मेलन से शुरु हुआ था। मिलान का विश्व परिवार सम्मेलन दूसरा विश्व परिवार सम्मेलन है जिसमें सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें शरीक हुए हैं। इससे पूर्व उन्होंने स्पेन में सम्पन्न विश्व परिवार सम्मेलन का भी नेतृत्व किया था। काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित विश्व परिवार सम्मेलन प्रति तीसरे वर्ष विश्व के किसी न किसी धर्मप्रान्त में आयोजित किया जाता रहा है। मिलान का परिवार सम्मेलन, सातवाँ विश्व परिवार सम्मेलन है।

पत्रकारों के समक्ष कुछ दिन पहले विश्व परिवार सम्मेलन की प्रस्तावना करते हुए मिलान के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल आन्जेलो स्कोला ने कहा था कि सातवाँ विश्व परिवार सम्मेलन "एक ऐसी विशिष्ट घटना है जो मनुष्य के सामान्य जीवन को समर्थन दे सकती है।" इस सम्मेलन में सैकड़ों पुरोहित एवं परिवार विशेषज्ञ व्याख्यान दे रहे हैं तथा 150 देशों के सात हज़ार प्रतिनिधि, प्रतिभागियों की सहायता के लिये उपस्थित हैं। सम्मेलन का विषय हैः "परिवारः श्रम और समारोह"। कार्डिनल स्कोला ने कहा कि पारिवारिक मूल्यों पर आधारित यह सम्मेलन आज की पृष्ठभूमि में अत्यधिक महत्वपूर्ण है इसलिये कि "एक स्त्री एवं एक पुरुष के बीच विवाह द्वारा निर्मित, परस्पर विश्वास पर आधारित तथा जीवन के प्रति उदार, एक साधारण परिवार ही वर्तमान युग में एक अनमोल संसाधन तथा कोष सिद्ध हो सकता है।"

उन्होंने कहा कि इसी तरह का साधारण परिवार समाज एवं उसकी अर्थव्यवस्था का भार ढोने में समर्थ बनता है। इस बात पर उन्होंने बल दिया कि किसी भी अन्य प्रकार के बन्धनों के विपरीत विवाह बन्धन में बँधे एक स्त्री एवं एक पुरुष अपनी सन्तानों के साथ खुशहाली एवं सन्तुष्टि का जीवन यापन करते हैं। उन्होंने कहा कि निर्धन से निर्धनतम होने के बावजूद ऐसे साधारण परिवार पति पत्नी के बीच तथा माता पिता एवं बच्चों के बीच, मानवीय रिश्तों में धनी होते हैं। प्रेम एवं विश्वास पर आधारित इस प्रकार के साधारण परिवारों में एकता, एकात्मता सदैव विद्यमान रहती है। एकसाथ मिलकर वे हर कठिनाई का सामना करने में सक्षम बनते तथा अपने जीवन को गुणकारी बनाने में सफल होते हैं।









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