फ्रांसिसी मिशनरी येसुधर्मसमाजी पुरोहित फादर सिराक पियेर का निधन
चेन्नै 1 जून 2012 (ऊकान) भारत के तमिलनाडु राज्य में सात दशकों से भी अधिक समय तक
गरीबों की सेवा करनेवाले फ्रांस के मिशनरी येसुधर्मसमाजी पुरोहित फादर सिराक पियेर का
98 वर्ष की आयु में बुधवार को निधन हो गया। फादर हेनरी जेरोम ने कहा कि फादर पियेर
का जन्म फ्रांस के लिमोसिन में 1914 को हुआ वे 15 वर्ष की आयु में येसु धर्मसमाज में
शामिल हुए तथा 1936 को भारत आये। वे 1945 को पुरोहित अभिषिक्त हुए। फादर पियेर ने
तमिल और संस्कृत का अध्ययन करने के बाद 15 वर्षों तक आल इंडिया काथलिक यूनिवर्सिटी फेडरेशन
(आइकफ) के साथ काम किया। उन्होंने देश का काफी दौरा किया तथा विभिन्न संस्कृतियों और
लोगों को जाना। उन्होंने विद्यार्थियों के द्वारा भारत को जाना और प्यार किया। उन्होंने
थाईलैंड बोर्डर पर भी कम्बोडिया के शरणार्थियों के मध्य काम किया। तमिलनाडु वापस आने
पर उन्होंने मनमादुराई, रामानथपुरम तथा तिंदिवानम और पोंडिचेरी में भी बच्चों के लिए
बहुत काम किया। फादर जेरोम के अनुसार वे बच्चों की आवाज बन गये थे। भारत के निर्धनों
के मध्य काम करने के लिए फ्रांस की सरकार ने फादर सिराक पियेर को सन 2008 में देश के
सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया था। दिवंगत फादर पियेर की अंत्येष्टि
धर्मविधि चेन्ने के लोयोला काँलेज कैम्पस जहाँ उन्होंने अपने जीवन के कुछ अंतिम दिन व्यतीत
किये के अंदर स्थित क्राइस्ट द किंग चर्च में शनिवार को सम्पन्न होगी।