2012-05-28 13:20:31

स्वर्ण जुबिली समारोह के लिये संत पापा का संदेश


रोम, 28 मई, 2012 (वीआर, अँग्रेजी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने पूर्व की असीरियन कलीसिया के कथोलिकोस पैट्रियार्क मार दिनखा चौथे की स्वर्ण जुबिली समारोह के लिये प्रार्थनापूर्ण शुभकामनायें भेजी हैं।
संत पापा ने कहा, "वे ईराक और मध्यपूर्वी क्षेत्र में निवास करने वाले सब ईसाइयों के साथ अपनी सहानुभूति व्यक्त करते हैं और उनके लिये प्रार्थना करते हैं कि ख्रीस्तीय समुदाय एक साथ सुसमाचार का साक्ष्य दे,शांति और मेल-मिलाप कार्य करे ताकि काथलिकों और असीरियाई विश्वासियों की एकता सुदृढ़ हो सके।"
विदित हो कि पूर्व की असीरियाई कलीसिया के कथोलिकोस पैट्रियार्क मार दिनखा चौथे ने अपने अभिषेक की स्वर्ण जुबिली मनाया।
संत पापा ने पैट्रियार्क के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, "ईश्वर ने पूर्व की कलीसिया को आपकी सेवा द्वारा अनेक कृपायें दी हैं। मैं कृतज्ञतापूर्वक आपके उन कार्यों की सराहना करता हूँ जिनके द्वारा आपने अंतरकलीसियाई सकारात्मक वार्ता, फलदायी सहयोग और एकता को मजबूत किया है।"
संत पापा ने कहा कि उन्हें उस पल की याद है जब धन्य जोन पौल द्वितीय की अंतिम क्रिया में पैट्रियार्क अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व किया था।
संत पापा ने उस बात की भी याद की जब पैट्रियार्क मार दिनखा ने सन् 1994 ईस्वी में ‘क्र्सिटोलॉजी’ पर एक संयुक्त कलीसियाई घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिये रोम आये थे।
काथलिक कलीसिया के महाधर्मगुरु संत पापा ने आशा व्यक्त की है कि आयोग ने जो कार्य आरंभ किये वे जारी रहेंगे और एक दिन दोनों कलीसियाओं के बीच पुनः पूर्ण एकता कायम हो सकेगी।







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