कोलोम्बोः रिहा जेनरल फोनसेका ने किया श्री लंका के लिये जीवन समर्पण का प्रण
कोलोम्बो, 23 मई सन् 2012 (एशियान्यूज़): श्री लंका में गृहयुद्ध की समाप्ति के बाद गिरफ्तार
जेनरल सरथ फोनसेका को रिहा कर दिया गया है जिन्होंने श्री लंका के लिये जीवन समर्पण का
प्रण किया है।
मंगलवार सन्ध्या, वालीकाडा बन्दीगृह से 30 माहों की क़ैद के बाद,
अपनी रिहाई पर जेनरल फोनसेका के शब्द थे, "मैं अपना जीवन श्री लंका के लिये समर्पित रखूँगा।
मेरी आशा है कि मैं आपको और भावी पीढ़ियों को एक नया भविष्य दे सकूँ, ऐसा भविष्य जो भ्रष्टाचार
से मुक्त हो, मैं देश में नया वसन्त लाने का प्रण करता हूँ।"
श्री लंका के लोगों
ने झण्डे फहराकर तथा जयनारे लगाकर फोनसेका का स्वागत किया। देश भर में आतिशबाज़ी की गई
तथा उनकी रिहाई का समारोह मनाया गया।
स्मरण रहे के सन् 2010 में श्री लंका के
राष्ट्रपति चुनावों के बीच श्री लंका सेना के पूर्व महानायक जेनरल सरथ फोनसेका को गिरफ्तार
कर लिया गया था। राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे चुनाव जीत गये थे किन्तु चुनावों में धाँधली
की सर्वत्र आलोचना हुई थी।
श्री लंका में कई लोगों की आशा है कि जेनरल फोनसेका
पुनः राजनीति में लौटें। येसु धर्मसमाज के पूर्व प्रान्तीय प्रमुख फादर मरिया एन्तोनी
ने कहा, "जेनरेल फोनसेका को फिर से चुनाव लड़ना चाहिये तथा वर्तमान राजनीति को चुनौती
देनी चाहिये किन्तु यह सब प्रतिशोध की भावना से दूर रहकर किया जाना चाहिये।"
मानवाधिकार
कार्यकर्त्ता एवं वकील निमालका फेरनानदो का कहना है कि जेनरल फोनसेका का राजनीति में
लौटना जनता के हित में होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि "राष्ट्रपति द्वारा जेनरल को दिये
गये क्षमादान से इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि फोनसेका को अवैध ढंग से गिरफ्तार कर
बन्दीगृह में डाला गया था।" उन्होंने कहा, "जेनरल को राष्ट्रपति के विरुद्ध मुकद्दमा
दायर करना चाहिये तथा कानून व्यवस्था एवं न्यायनिकाय की स्वतंत्रता को प्रतिष्ठापित करने
के लिये जन अभियान का नेतृत्व करना चाहिये।"