क्षेत्रीय पार्टियों ने संगमा की उम्मीदावारी का समर्थन किया
नई दिल्ली, 19 मई, 2012( कैथन्यूज़) भारत के अगले राष्ट्रपति पद के लिये आदिवासी राष्ट्रपति
की जोरदार माँग करते हुए पूर्वी एवं दक्षिणी राज्यों की क्षेत्रीय पार्टियों पूर्व लोकसभा
स्पीकर पी.ए. संगमा का नाम प्रस्तावित किया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री बीजु जनता दल
के नवीन पटनायक और तमिलनाडू की मुख्यमंत्री जयललिता ने संयुक्त रूप से इस बात की घोषणा
की कि वे 65 वर्षीय पी.ए. संगमा को अपना समर्थन देंगे। विदित हो कि पिछले सप्ताह
तमिलनाडू और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक चेन्नय में सम्पन्न हुई थी। एआईएडीमके
प्रमुख जयललिता ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि उनकी पार्टी ने विचार-विमर्श के बाद निर्णय
किया है कि वह पी.ए.संगमा को राष्ट्रपति पद के लिये समर्थन देगी। उन्होंने कहा, "उनकी
पार्टी ने संगमा को राष्ट्रपति पद के लिये समर्थन देने का निर्णय सिर्फ़ इसलिये नहीं
किया क्योंकि वे आदिवासी है पर हमारे देश भारत के नेतृत्व के लिये पूर्ण रूप से सक्षम
हैं।" संगमा ने कहा, "अगला राष्ट्रपति आदिवासी समुदाय से ही हो चाहे वह किसी भी पार्टी
क्यों न हो, वह आदिवासी मामलों के मंत्री किशोरचंद्र देव, काँग्रेस के अरविन्द नेताम
या बीजेपी के कड़िया मुंडा भी हो सकते हैं पर इस बार राष्ट्रपति आदिवासी ही हो।" उन्होंने
कहा, "वे अपनी पार्टी एनसीपी नेता के रूप में लोगों से अपील नहीं कर रहे हैं। वे अपनी
पार्टी का सिर्फ़ नहीं पर करीब 100 मिलियन आदिवासियों की ओर से अपील कर रहे हैं। विदित
हो अगला राष्ट्रपति चुनाव 25 जुलाई को सम्पन्न होगा। ज्ञात हो कि पी.ए. संगमा पूर्वी
राज्य मेघालय के एक काथलिक आदिवासी हैं और उन्होंने लोकसभा स्पीकर रूप में देश को अपनी
सेवायें दी है। उधर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि संगमा बीजेपी के कार्ययोजना
में उपयुक्त नहीं लगते इसलिये बहुत संभव है कि बीजेपी उनका समर्थन न करे। राष्टसंगमा
की अपनी पार्टी एनसीपी, तृणमूल काँग्रेस, समाजवादी पार्टी जनता दल युनाइटेड, बहुजन समाज
पार्टी तथा वामपंथी दलों ने अब तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है। संगमा ने
क्षेत्रीय पार्टियों को धन्यवाद दिया और अपील की है कि वे एक आदिवासी को राष्ट्रपति बनाये
जाने का समर्थन करें।