2012-05-17 13:45:53

कातकारी आदिवासियों के बीच जेस्विट मिशन


मुम्बई, 17मई, 2012 (एशियान्यूज़) जनहित विकास ट्रस्ट के निदेशक फादर दियागो डीसूजा ने कहा कि वे चाहते हैं कि आदिवासी अपनी एकता और मर्यादा बनाये रखें और उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें ताकि वे ग़रीबी और शोषण से कोप से बचे सकें।
विदित हो कि मुम्बई के रायगड जिले के कतकारी आदिवासियों के 20 गाँवों में जेस्विटों ने सन् 1992 ईस्वी में ही अपना मिशन स्थापित किया है। कातकारी आदिवासी भ्रमणकारी समुदाय है जिसे राज्य सरकार ने अब तक मान्यता नहीं दी है।
‘एशियान्यूज़’ से बातें करते हुए फादर डीसूजा ने कहा, "जनविकास ट्रस्ट का लक्ष्य है आदिवासी में जागरुकता लाना ताकि वे अपने अधिकारों को जाने और अपनी संस्कृति की रक्षा कर सकें।"
जनविकास के कार्यों के बारे बतलाते हुए फादर दियागो ने बतलाया कि उनकी संस्था लोगों के बीच जागरुकता लाने के लिये स्वास्थ्य सेवा, मानवाधिकार, कानूनी शिक्षा और बचत के बारे में कार्यशाला एवं सेमिनार का आयोजन करती है।
फादर दियागो ने बतलाया कि चूँकि कातकारी आदिवासी समुदाय भ्रमणकारी है इसलिये उनकी स्थिति प्रवासियों के समान है।
उन्होंने बताया कि जनविकास मंच के द्वारा वे चाहते हैं कि कातकारी आदिवासी समुदाय में व्याप्त गरीबी,निरक्षरता और नशापान जैसी समस्याओं का निदान करें।








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