रामापुरम, 7 मई, 2012 (कैथन्यूज़) केरल के पालई धर्मप्रांत के सिरो मलाबार चर्च के केरल
के बाहर चन्दा मिशन की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह लोगों
को संबोधित करते हुए कार्डिनल जोर्ज अलेन्चेरी ने लोगों से अपील की है कि वे विभिन्न
बाधाओं के बावजूद अपने कार्यों से सुसमाचार का प्रचार करें।
भारत में वाटिकन के
अपोस्तोलिक नुनसियो महाधर्माध्यक्ष साल्वातोरे पेन्नाकियो ने पालई धर्मप्रांत को उनके
मिशनरी योगदान के लिये धन्यवाद दिया और कहा, "एक मिशनरी को चाहिये कि वह आज के युग की
चुनौतियों का सामना करते हुए ईश्वर की इच्छा के अनुसार कार्य करे।"
इस अवसर पर
बोलते हुए पालई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जोसेफ कल्लारंगत्त ने कहा, "पालई धर्मप्रांत
ने अनेक धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और धर्मसमाजियों का योगदान देकर सार्वभौमिक कलीसिया
को आध्यात्मिक रूप से मजबूत किया है।"
उन्होंने कहा, "धर्मप्रांत को विश्वासी
येसु के संदेशों के अनुसार जीवन बिताने में गर्व महसूस करते हैं और उसके संदेशों को दुनिया
के कोने-कोने तक पहुँचाने का उनका मिशन तब समाप्त होगा जब दुनिया का अंत होगा।"
50
वर्षीय जुबिली समारोह में मुम्बई महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष सीबीसीआई के अध्यक्ष
कार्डिनल ऑस्वाल्ड ग्रेशियस के अलावा राँची महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल
तेलेस्फोर टोप्पो, सिरो मलंकरा मेज़र महाधर्माध्यक्ष बसेलियोस क्लेमिस और 100 देशों के
6 हज़ार पुरोहित और करीब 40 धर्मसमाज की हज़ारो धर्मबहनें उपस्थित थीं।
विदित
हो कि पालई धर्मप्रांत में 4 लाख काथलिक हैं और इसने 26 धर्माध्यक्ष और एशिया की प्रथम
महिला संत अल्फोंसा भी काथलिक कलीसिया को प्रदान किया है। ग़ौरतलब है कि रामापुरम,जहाँ
जुबिली समारोह का आयोजन किया गया था वहाँ दलित ईसाइयों को अपना जीवन समर्पित करने वाले
धन्य कुंजाचन के पवित्र अवशेष रखा गया है।