बंगलोर, 21 अप्रैल, 2012 (कैथन्यूज़) काथलिक रेलिजियस ऑफ इंडिया ने बंगलोर में 17 और
18 अप्रैल को ‘लेट योर लाइट शाइन बेटर’ (आपकी ज्योति बेहत्तर चमके’) विषय पर पुरोहितों
के एक काँग्रेस का आयोजन किया। इस सम्मेलन में 300 पुरोहितों ने हिस्सा लिया। पुरोहितों
के लिये आयोजित इस महासम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सीबीसीआई के अध्यक्ष
मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वाल्ड ग्रेशियस ने कहा,"सांस्कृतिक क्षेत्रों के
साथ ही साथ आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों को भी ख्रीस्तीय मूल्यों की सख़्त
ज़रूरत है।" सिरो मलंकरा चर्च के अध्यक्ष मेज़र महाधर्माध्यक्ष ब्लेसियुस मार क्लेमिस
ने कहा, "सुसमाचार प्रचार एक लम्बी प्रक्रिया है जिसे दुनिया की सब संस्कृतियों को गले
लगाना चाहिये।" सिरोमलाबार धर्मविधि के कार्डिनल जोर्ज अलेन्चेरी ने कहा, "येसु मसीह
द्वारा बतलाये गये सत्य के अनुसार जीवन जीना और दुनिया को इसके बारे में बताये जाने की
आवश्यकता है। पुरोहितों ने कहा, ‘सांसारिकता और संस्थावाद’ से धर्मसमाजी जीवन और
सुसमाचार प्रचार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इस प्रकार के बुराइयों से बचने के लिये
यह आवश्यक है कि ईश्वर पर विश्वास का नवीनीकरण हो ताकि जो मिशन हमने येसु से पाया है
उसे पूर्णता तक पहुँचाया जा सके। कुछ पुरोहितों ने कहा कि सांसारिक बातों पर अधिक
ध्यान देने से सुसमाचार के प्रचार जैसे मह्त्वपूर्ण बातों को नज़रअँदाज़ कर दिया जा रहे
हैं। पुरोहितों ने सामुहिक रूप से इस बात पर भी बल दिया कि लोकधर्मियों की सहायता
के बिना सुसमाचार प्रचार का कार्य अधुरा ही रह जायेगा। उन्होंने कहा कि एक स्थायी
समाज के लिये संस्थाओं का होना अनिवार्य है पर यह ध्यान दिया जाना चाहिये कि सभी कोई
संस्थावाद के प्रलोभन से बचें। आयोजकों ने बतलाया कि इस मिशन काँग्रेस का लक्ष्य़
था धर्मसमाजी पुरोहितों के समर्पण को जागृत कर उर्जा प्रदान करना। पुरोहितों से कहा
गया कि वे डिजीटल मीडिया की दुनिया में प्रवेश करें ताकि ख्रीस्तीय विश्वास का प्रचार
ख्रीस्तीयों और अन्य धर्मावलंबियों के बीच भी हो सके। इस अवसर कार्डिनल अलेन्चेरी
ने बंगलोर के धरमारम ईशशास्त्र महाविद्यालय में एक मिशन वृक्ष भी लगाया गया।