2012-04-20 12:03:56

कोलोम्बोः भारतीय सरकार ने श्री लंका के गृहयुद्ध से विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास का किया आह्वान


कोलोम्बो, 20 अप्रैल सन् 2012 (एशियान्यूज़): भारतीय सरकार ने श्री लंका का आह्वान किया है कि वह गृहयुद्ध के परिणामस्वरूप विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास का प्रयास करे।

18 अप्रैल को भारतीय संसद के एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमण्डल ने श्री लंका में छः दिवसीय मिशन आरम्भ किया। उन्होंने श्री लंका के उत्तरी प्रान्त सेटीकुलम में एक शरणार्थी शिविर की भी भेंट की।

भारतीय संसद के प्रतिनिधिमण्डल के साथ श्री लंका का दौरा करनेवाले पुनर्वास सम्बन्धी श्री लंका के मंत्री गुणरत्ना वीराकून ने कहा कि इस समय शरणार्थी शिविरों में जीवन यापन कर रहे, 6,500 विस्थापित तमिल, आगामी जून माह तक घर चले जायेंगे।

भारतीय प्रतिनिधिमण्डल के सांसद एन.एस.बी. चिन्तन ने कहा, "हम अपने उस निवेदन की ओर ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं जिसमें हमने युद्ध के कारण विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास की मांग की है।"

अपनी श्री लंका यात्रा के दौरान 12 सदस्यों वाला भारतीय प्रतिनिधिमण्डल राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे सहित देश की प्रमुख तमिल पार्टी से भी मुलाकात करेगा।

श्री लंका की सेना तथा तमिल विद्रोहियों के बीच सन् 1983 से सन् 2009 तक युद्ध जारी रहा जिसमें बताया जाता है लगभग 40,000 नागरिक मारे गये। सन् 2009 में युद्ध की समाप्ति के बावजूद इस समय कम से कम दो लाख लोग शरणार्थी शिविरों में जीवन यापन कर रहे हैं।











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