लाहौर, 18 अप्रैल सन् 2012 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान में मैत्री को बढ़ावा देने के लिये
अन्तरधर्म सम्वाद की नितान्त आवश्यकता है। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के विशिष्ट मैत्री
परामर्शक पौल भट्टी ने एशिया समाचार को दी एक भेंटवार्ता में यह बात कही।
पाकिस्तान
में भाईचारे एवं मैत्री को प्रोत्साहन देने के लिये, 18 अप्रैल को, मुलतान में, एक विचार
गोष्ठी आरम्भ हो रही है जिसमें पाकिस्तानी तथा विदेशी विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
विचार
गोष्ठी की पूर्व सन्ध्या, मंगलवार को एशिया समाचार से बातचीत में श्री पौल भट्टी ने कहा
कि असहिष्णुता, भ्रामक विचारों तथा वैमनस्यता को दूर करने के लिये विभिन्न धर्मों के
बीच सम्वाद नितान्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के अनुयायियों को स्वधर्म
की शिक्षा प्रदान करने के अतिरिक्त अन्य धर्मों के बारे में भी बताया जाना चाहिये तथा
अन्यों के प्रति समझदारी उत्पन्न करने हेतु ठोस प्रयास किये जाने चाहिये।
लाहौर
के बादशाही मस्जिद के ईमाम द्वारा उक्त विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है जिसमें सम्पूर्ण
पाकिस्तान तथा विदेशों से विभिन्न धर्मों के लगभग 500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। श्री
पौल भट्टी ने कहा, "हमारा लक्ष्य विचार गोष्ठी के प्रतिभागियों के प्रस्तावों को सुनना
तथा यह समझना है कि पाकिस्तान में आपसी समझदारी एवं मैत्री के प्रोत्साहन हेतु हम क्या
कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि इसीलिये यह ज़रूरी है कि, सर्वप्रथम, "मानव प्राणी
के मूल्य पर बल दिया जाये और फिर उसके बाद इस विचार को विकसित किया जाये कि धर्म व्यक्ति
का निजी क्षेत्र है जिसके आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा सकता।"
पौल
भट्टी पाकिस्तान के पूर्व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शाहबाज़ भट्टी के भाई हैं। 02
मार्च सन् 2011 को, एक इस्लामी चरमपंथी ने शाहबाज़ भट्टी की हत्या कर दी थी।