2012-04-16 14:26:24

संत पापा के लिये ‘द मिस्टरी ऑफ द स्मॉल पोन्ड’


वाटिकन सिटी, 16 अपैल, 2012 (सीएनए) 21वीं सदी के मिखाएल अंजेलो रूप में विख्यात नतालिया सरकोवा ने संत पापा के 85वें जन्म दिवस के अवसर पर बच्चों को समर्पित एक किताब भेंट की है जिसमें उन्होंने संत पापा को एक आदर्श ख्रीस्तीय रूप में दिखलाया है।
‘द मिस्टरी ऑफ ए स्मॉल पॉन्ड’ नामक इस किताब की एक प्रति नतालिया ने संत पापा को उस समय भेंट की जब कास्तेल गंदोल्फो के ग्रीष्मकालीन प्रासाद में उन्होंने पोप से व्यक्तिगत मुलाक़ात की।
इस किताब में दो मुख्य पात्र हैं संत पापा और लाल रंग की एक मछली। काथलिक न्यूज़ एजेंसी (सीएनए) को दिये एक साक्षात्कार में सरकोवा ने कहा कि उन्हें इस किताब की प्रेरणा उस समय प्राप्त हुई जब वे कास्तेल गंदोल्फो की बाग में टहल रहीं थीं।
उन्होंने बतलाया कि उनके दिल में एक अन्तर्प्रेरणा हुई कि वह संत पापा के 85वें जन्मदिन के लिये एक किताब भेंट करे।
ज्ञात हो कि रूस में जन्मी सरकोवा ‘मॉस्को अकाडिमी ऑफ आर्टस’ की वे एक बहुत ही सफल छात्रा रही हैं और उन्होंने कई विख्यात लोगों की तस्वीरें बनायी हैं।
रूसी ऑर्थोडॉक्स ईसाई सरकोवा का जीवन उस समय बदल गया जब सन् 2000 ईस्वी में उन्होंने संत पापा जोन पौल द्वितीय के 80वें जन्मदिवस के अवसर पर उनकी एक तस्वीर बनायी।
अपनी किताब के बारे में बोलते हुए उन्होंन कहा कि ‘द मिस्टरी ऑफ ए स्माल पॉन्ड’ को लिखने में उन्हें दो वर्ष लगे। इसमें उन्होंने संत पापा बेनेदिक्त को एक प्रकृति प्रेमी रूप में दिखलाया है।
कहानी में एक लाल मछली कास्तेल गंदोल्फो के एक तालाब में तैरती है और वह संत पापा को पसंद करने लगती है जो रोज़दिन तालाब के निकट आते हैं और प्रार्थना करते हैं। किताब में कई सुन्दर तस्वीरें हैं और इसकी छपाई मध्यकालीन सुलेख शैली में की गयी है।
वाटिकन प्रकाशक ‘लिबेरिया एडित्रिचे वाटिकाना’ ने इस किताब का अनुवाद स्पानी, अंग्रेजी, जर्मन, रूसी और इतालवी भाषा में भी प्रकाशित करने की योजना बनायी है।
सराकोवा ने बतलाया कि किताब बहुत ही विशिष्ट है क्योंकि यह प्रेम और विश्वास का प्रचार करती है और बच्चों के ह्रदयों को छूने में सक्षम है।





















All the contents on this site are copyrighted ©.