पाकिस्तानः पवित्र सप्ताह के दौरान मुस्लिम चरमपंथियों ने ख्रीस्तीयों को दी धमकी
पाकिस्तान, 04 अप्रैल सन् 2012 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के कुछ हिस्सों
में मुस्लिम चरमपंथियों ने ख्रीस्तीयों को पवित्र सप्ताह तथा ईस्टर समारोहों को भंग करने
की धमकियाँ दी हैं।
पंजाब स्थित सरगोधा ज़िले के सूत्रों ने एशिया समाचार को
बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने ईदगाह क्रिस्टियन कॉलोनी में ईस्टर महापर्व के लिये लगाये
गये चित्रों एवं प्रतीकों फाड़ डाला है। अज्ञात तत्वों ने पवित्र प्रतिमाओं को भी काले
रंग से पोत डाला तथा पवित्र सप्ताह तथा पास्का महापर्व की तैयारियाँ करनेवाले ख्रीस्तीयों
को धमकियाँ दी हैं कि वे किसी प्रकार की तैयारियाँ न करें अन्यथा परिणाम बुरा होगा।
सूत्रों
के अनुसार पुलिस ने शिकायत दर्ज़ करने से मना कर दिया है।
कुछ संकल्पबद्ध ख्रीस्तीयों
ने पुनः पोस्टर्स आदि लगा दिये थे किन्तु खजूर इतवार की शाम इन्हें भी चरमपंथियों ने
फाड़ डाला। पवित्र प्रतिमाओं को उन्होंने तोड़ कर फेंक दिया तथा क्रिस्टियन कॉलोनी के
लोगों को दण्डात्मक धमकियाँ दीं।
क्रिस्टियन कॉलोनी के यासिर मसीह ने एशिया समाचार
से कहा, "विगत कई वर्षों से हम पवित्र सप्ताह और पास्का की तैयारियाँ करते रहे हैं तथा
हर वर्ष हमें मुसलमान चरमपंथियों की धमकियों का सामना करना पड़ा है। हम अधिकारियों से
शिकायत करते हैं किन्तु वे हमारी शिकायत पर ध्यान नहीं देते तथा हमें सुरक्षा प्रदान
नहीं करते। हम असुरक्षित और भयभीत हैं।"
पंजाब प्रान्त के मानवाधिकार संगठन "मसीह
न्यास" ने धमकियों की कड़ी निन्दा की तथा बुधवार को लाहौर हाई कोर्ट में एक याचिका दायर
कर क्रिस्टियन कॉलोनी के लोगों के लिये सुरक्षा की मांग की है।
सरगोधा के पल्ली
पुरोहित फादर जॉन गिल ने कहा, "ख्रीस्तीय विश्वासी भय और आतंक के वातावरण में पवित्र
सप्ताह एवं पास्का मनाते हैं।" उन्होंने कहा पंजाब प्रान्त अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हिंसा
का अड्डा बन गया है जहाँ के अधिकारी उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में असफल रहे हैं।" अधिकारियों
का उन्होंने आह्वान किया कि अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हिंसा को रोकने के लिये वे ठोस कदम
उठायें।