2012-03-19 13:56:53

मेक्सिको - क्यूबा यात्रा - आशा की यात्रा


वाटिकन सिटी, 19 मार्च, 2012 (सेदोक) वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक जेस्टविट फादर फेदेरिको लोम्बारदी ने कहा, "लैटिन अमेरिकी देशों की स्वतंत्रता की 200वीं जयन्ती और क्यूबा के ‘आवर लेडी ऑफ कोबरे’ के पाये जाने के 400वें वर्षगाँठ मनाने के लिये संत पापा का मेक्सिको और क्यूबा जाने से लोगों का विश्वास सुदृढ़ होगा।


उक्त बातें फादर लोमबारदी ने उस समय कहीं जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में संत पापा की मेक्सिको औ क्यूबा यात्रा में चर्चा की।


उन्होंने बतलाया कि संत पापा की यात्रा का मकसद है लोगों में आशा का संचार करना। यह भी सत्य है कि संसाधनों से पूर्ण होने पर भी मेक्सिको में फैली हिंसा से जन-जीवन पर बुरा असर पड़ा है।


संत पापा की यात्रा से क्यूबा के लोगों में आशा का संचार होगा जो इस बात का गहरा अनुभव करते हैं धन्य संत पापा जोन पौल द्वितीय के शब्द सत्य सिद्ध होंगे और क्यूबा में एक दिन विकास, स्वतंत्रता और मेल-मिलाप का वातावरण तैयार होगा।

संत पापा की यात्रा से पूरे लैटिन अमेरिका में भी आशा का संचार होगा जहाँ काथलिक कलीसिया ने ‘अपारेतचिदा’ की महासभा के महादेश के विकास में अपना विशेष योगदान दिया है और विभिन्न चुनौतियों के बावजूद मानव और ख्रीस्तीय मूल्यों का प्रचार-प्रसार हुआ है जो मानव विकास के लिये अहम है।













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