2012-03-17 13:38:17

दक्षिण अफ्रीका का पहला संत प्रकरण वाटिकन पहुँचा


ज़नीन दक्षिण अफ्रीका, 17 मार्च, 2012(सीएनए) दक्षिण अफ्रीका के स्थानीय काथलिक बेनेदिक्त दासवा को धन्य घोषित करने और संत बनाये जाने का प्रयास तेज कर दिया गया है।
दक्षिण अफ्रीका के ज़नीन धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जोआव रोड्रिग्वेज़ का विश्वास है कि "जीवन के प्रेरित" के प्रति लोगों की भक्ति बड़ेगी और लोग दास्वा की मध्यस्थता से ऐसे लोग जिनके परिवार जो जादू-टोना और अदृश्य शक्ति के बंधन में जकड़े हुए हैं "विशेष कृपा" प्राप्त करें।
धर्माध्यक्ष ने लोगों से अपील की है कि दास्वा के संत बनाये जाने वाले तथ्यों के संबंध में खोज़बीन जारी है पर लोग उनके प्रति व्यक्तिगत भक्ति करना जारी रखें और उनकी मध्यस्थता से प्राप्त वरदानों की जानकारी ज़नीन धर्मप्राप्त को भेजे।
विदित हो कि बेनेदिक्त दास्वा के संबंध में जानकारी संत घोषणा प्रकरण परिषद को उस समय भेज दी गयी जब उन्हें "सरवन्ट ऑफ गॉड" अर्थात् ‘ईश सेवक’ घोषित किया गया और उसके संबंध में धर्मप्रांतीय स्तर पर खोजबीन समाप्त हो गया।
ज्ञात हो कि बेनेदिक्त दास्वा को इस लिये मार डाला गया क्योंकि उन्होंने जादू-टोना पर विश्वास करने से इंकार कर दिया था।
सीएनए के अनुसार यदि दास्वा से संबंधित बातों को स्वीकार कर लिया जाता है तो उसे धन्य घोषित किया जायेगा जो कि संत बनाये जाने के पूर्व का चरण है।
बेनेदिक्त दास्वा ने ईसाई विश्वास के वफ़ादार रहते हे स्थानीय परंपरा के जादू-टोना पर विश्वास का विरोध किया था जिसके कारण सन् 1990 ईस्वी में उसकी हत्या कर दी गयी थी।
धर्मप्रांतीय स्तर पर की गयी जाँच-पड़ताल की रिपोर्ट के अनुसार दास्वा ने अपने ऊपर घातक वार करने के पूर्व चिल्लाया," हे ईश्वर मेरी आत्मा को स्वीकार कर"।








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