हवानाः सन्त पापा क्यूबा में ख्रीस्तीय धर्म का पुनर्जागरण चाहते हैं, कार्डिनल ओरतेगा
हवाना, 14 मार्च सन् 2012 (रायटर): क्यूबा के काथलिक धर्माधिपति, कार्डिनल आयमे ओरतेगा
ने कहा है कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें क्यूबा में ख्रीस्तीय धर्म का पुनर्जागरण चाहते
हैं।
26 से 28 मार्च तक क्यूबा में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की आगामी प्रेरितिक
यात्रा पर, मंगलवार को, राष्ट्रीय टेलेविज़न पर क्यूबा की जनता को आलोकित करते हुए कार्डिनल
ओरतेगा ने कहा कि सन्त पापा क्यूबा के लोगों को उनके विश्वास में सुदृढ़ करना चाहते हैं।
क्यूबा की संरक्षिका एल कोब्रे की मरियम के तीर्थ के विषय में उन्होंने कहा कि
इस तीर्थस्थल के प्रति लोगों में महान अभिरुचि है तथा अपनी यात्रा के समय सन्त पापा इसी
तीर्थ से देश को अपना सन्देश देंगे। उन्होंने कहा, "सन्त पापा उन देशों में विश्वास को
पुनः जगाना चाहते हैं जिन्होंने ख्रीस्तीय धर्म के आरम्भिक काल में इसका आलिंगन किया
था और अब जहाँ नवीन सुसमाचार प्रचार की आवश्यकता है।"
कार्डिनल ओरतेगा ने कहा,
"इस मिशन में कुछ ऐसा है जिसमें सुप्तावस्था में पड़े विश्वास को पुनर्जाग्रत करना है,
सम्भवतः कुचले गये किन्तु लोगों के हृदय में अनवरत विद्यमान विश्वास में फिर से प्राण
फूँकना है।" उन्होंने कहा कि क्यूबा में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्रेरितिक यात्रा
का लक्ष्य लोगों में ख्रीस्तीय विश्वास को सुदृढ़ करना तथा ख्रीस्तीय मूल्यों के महत्व
को प्रकाशित करना है।
साठ के दशक से साम्यवादी शासन के अधीन क्यूबा में कलीसिया
पर अनेक प्रतिबन्ध लगे हैं। हालांकि देश की अधिकांश जनता काथलिक धर्मानुयायी है तथापि,
काथलिक कलीसिया द्वारा प्रस्तुत आँकड़ों के अनुसार, केवल ढाई प्रतिशत लोग ही सक्रिय काथलिक
है जो गिरजाघरों में आयोजित धर्मविधिक समारोहों में शरीक होते हैं।
क्यूबा
की संरक्षिका एल कोब्रे की रानी मरियम के चौथे शताब्दी समारोह के लिये सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें 26 मार्च को क्यूबा के "सान्तियागो दे क्यूबा" नगर पहुँचेंगे।