वाटिकन सिटी, 12 मार्च, 2012(सेदोक, वीआर) कंटेरबरी के अंगलिकन महाधर्माध्यक्ष डॉ रोवान
विलियम्स ने रोम स्थित सान ग्रेगेरियो अल चेलियो मठ में उपस्थित लोगों को संबोधित करते
हुए कहा, "विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों को एक कठिन पर महत्त्वपूर्ण बात को जानने की आवश्यकता
है कि वे एक-दूसरे के बिना जीवित नहीं रह सकते; कोई एक कलीसिया दूसरे के बिना येसु मसीह
के सुसमाचार पर पूर्ण अधिकार का दावा नहीं कर सकता।"
उन्होंने कहा,"मठवासी जीवन
विभिन्न कलीसियाओं के मतभेदों को दूर करने के लिये एक रास्ता दिखाता है।"
महाधर्माध्क्ष
ने कहा, "मठवासी का जीवन दो विपरीत दिखाई पड़ने वाले ध्रुवों – एकांत और सेवामय सामुदायिक
जीवन को एक साथ जोड़ता है। ठीक इसी प्रकार विभाजित कलीसियायें अपने मेल-मिलाप के प्रयास
में मठवासी सुधारों की तरह एक-दूसरे के वरदानों और परंपराओं से बहुत कुछ सीख सकतीं हैं।"
कायेलियन
पर्वत पर स्थित कमालदोली के बेनेदिक्तिन समुदाय की ओर इंगित करते हुए महाधर्मध्यक्ष विलियम्स
ने कहा,"मठवासीवाद का इतिहास इस बात पर पुनर्खोज़ और चिन्तन करने का आमंत्रण है कि स्वकेन्द्रित
ढाँचों और रणनीतियों के कारण क्या हमने ईशवचन पर अत्यधिक बल दिया है या इसे अस्पष्ट कर
दिया है।"
संत पापा के प्रवचन की बातों को दुहराते हुए उन्होंने कहा," जिस प्रकार
येसु ने ‘धर्मविक्रताओं’ को येरूसालेम की मंदिर से निकाल बाहर किया था उसी तरह मठवासी
आदर्श, लोगों को चुनौती प्रदान करे ताकि हम भी स्वार्थसेवा को दिल से निकाल फेकें और
अपनी कलीसिया के साथ-साथ ईशवचन के अर्थ खोजें।"
विदित हो कि महाधर्माध्यक्ष रोवान
विलयम्स ने रविवार को सान ग्रेगोरिया अल चेलियो में ‘मठवासी गुण और अन्तरकलीसियाई आशा’
विषय पर वक्तव्य दिया। अंगलिकन कलीसिया के अध्यक्ष डॉ. रोवान विलियम्स तीन दिवसीय यात्रा
पर इटली आये हुए हैं।