पवित्र भूमि की तीर्थयात्रा के लिये एक नया प्रोजेक्ट
नाज़रेथ, इस्राएल, 5 मार्च, 2012( सीएनए) पवित्र भूमि येरूसालेम में यहूदियों और ईसाइयों
के संयुक्त प्रयास से एक नया प्रोजेक्ट आरंभ किया गया है ताकि तीर्थयात्री उन स्थानों
पर पैदल यात्रा कर सकें जहाँ येसु ने अपना जीवन बिताया। उक्त बात की जानकारी देते
हुए योजना के मैनेजर ने ‘सीएनए’ समाचार को बतलाया कि "यह योजना से लोगों को एक ऐसा सुनहरा
अवसर प्रदान करेगा जिससे वे ‘आरंभिक ख्रीस्तीयता’ से जुड़ सके।" विदित हो कि ‘गोस्पल
ट्रेल’ नामक इस योजना को पिछले नवम्बर से शुरु किया गया है जिसमें येसु के उन ऐतिहासिक
रास्तों को शामिल किया गया है जहाँ येसु ने अपना बचपन बिताया। इसमें नाज़रेथ कपरनाउम
और गलीलिया सागर के तट शामिल हैं। मोरान ने बतलाया कि इस रास्ते में चलनेवाले को
लगेगा कि वह येसु के चेलों के समान क्षेत्र का दौरा कर रहा है। उन्होंने बतलाया कि
यह ट्रेल या पगडंडी 35 मील का है जिसे पैदल कार या साइकिल पर भी पूरी की जा सकती है।
यह तीर्थयात्रा की शुरुआत माउन्ट प्रेचीपीचे से होती है जिसका वर्णन लूकस रचित सुसमचार
में अध्याय 4 के 28 से 30 में वर्णित है। यह वही स्थान है जहाँ नाजरेथ के लोगों ने येसु
को अस्वीकार कर दिया था। इस मार्ग में ‘माउन्ट ताबोर’, ‘चर्च ऑफ ट्रांसफिगरेशन’,
काना नगर विलुप्त ज्वालामुखी कारनेई हत्तिन, अरबेल पर्वत और ‘माउन्ट ऑफ बेअटिट्यूडस’
आदि शामिल है। तीर्थयात्री इस रास्ते होकर गलीलिया के समुद्री तट में अपनी यात्रा समाप्त
करेंगे। मोरान ने बतलाया की तीर्थयात्रियों के ऐसे एकान्त स्थान में बनाये गये है
जहाँ वे प्रार्थना और चिन्तन कर सकें। इस संबंध में अधिक जानकारी योजना की आधिकारिक वेबसाइट
www.goisrael.com से भी प्राप्त किया जा सकता है।