मानवाधिकार कार्यकर्त्ता रोसालिना वेलाकुवेज को वर्ष 2012 का निवानो शांति पुरस्कार
रोम 2 मार्च 2012 (सीएनएस) गुवाटेमाला की माया सभ्यता और संस्कृति की रक्षा और संरक्षण
के लिए काम करनेवाली मानवाधिकार कार्यकर्त्ता रोसालिना तुयुक वेलाकुवेज को वर्ष 2012
के प्रतिष्ठित निवानो शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। काथलिक धर्मानुयायी तुयुक ने
माया संस्कृति से जुड़ी मान्यताओं और आध्यात्मिक रीति रिवाजों को संरक्षित रखने के लिए
बहुत काम किया है। उन्हें मई माह में जापान की राजधानी तोक्यो में आयोजित पुरस्कार दिये
जाने के समारोह में मेडल तथा दो लाख पचास हजार डालर की धनराशि दी जायेगी। अंतरधार्मिक
सहयोग और शांति के प्रसार के क्षेत्र में सार्थक योगदान देनेवाले निजी व्यक्तियों या
संगठनों को निवानो पीस फाउंडेशन द्वारा दिया स्थापित निवानो शांति पुरस्कार दिया जाता
है। विजेता प्रतिभागी के रूप में तुयुक चयन करते हुए फाउंडेशन द्वारा की गयी घोषणा में
कहा गया है कि कई दशकों तक ग्वाटेमाला देश ने बहुत अधिक हिंसा और आंतरिक संघर्षों को
सहा है। जनजातीय समुदाय को बहुत ही व्यवस्थागत तरीके से समाज की मुख्यधारा से अलग
रखा गया है, पारंपरिक विश्वास से प्राप्त विवेक की उपेक्षा की गयी है तथा जनजातीय महिलाएँ
और अधिक हिंसा और भेदभाव का दंश झेलती रही हैं। सन 1988 में तुयुक और अन्य महिलाओं
ने नेशनल कोओरडिनेशन ओरगानाइजेशन ओफ विडोस ओफ ग्वाटेमाला नामक मानवाधिकार संगठन की स्थापना
की।