2012-03-02 16:27:02

क्यूबा में संत पापा की प्रेरितिक यात्रा के लिए तैयारी


हवाना 2 मार्च 2012( सेदोक जेनिथ) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें 26 से 28 मार्च तक क्यूबा की प्रेरितिक यात्रा करेंगें। क्यूबा के धर्माध्यक्षों ने संत पापा की उक्त प्रेरितिक यात्रा को देखते हुए 1 मार्च को जारी एक संदेश में सब विश्वासियों से आग्रह किया है कि वे बहुत ही उत्साह और स्नेह से संत पापा का स्वागत करें जो प्रभु के नाम पर आते हैं। संत पापा क्यूबा की यात्रा के समय सांतियागो दि क्यूबा और हवाना में सार्वजनिक ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता करेंगें। धर्माध्यक्षों ने विश्वासियों से कहा कि इन दो समारोहों में भाग लें। संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें 26 मार्च को सांतियागो दि क्यूबा पहुँचेगे और संध्या 5 30 बजे अंतोनियो माचेयो स्कवायर में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग तथा 28 मार्च को सुबह 9 बजे हवाना के होसे मारती स्कवायर में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता करेंगे।

क्यूबा के धर्माध्यक्षों ने अपने संदेश में इंगित किया है कि यह शुभ समाचार विशिष्ट उत्साह की भावना में काथलिक समुदायों और पल्लियों में महसूस किया जा रहा है। वे विश्वासियों को आमंत्रित करते हैं कि संत पापा के आगमन से पूर्व तीन दिन को प्रार्थना और मिशन काम के लिए समर्पित करें। उनका प्रस्ताव है कि 15 मार्च को सब समुदायों में यूखरिस्तीय प्रार्थना को समर्पित किया जाये। 16 मार्च को उपवास रखा जाये तथा 17 मार्च को परोपकार के काम किये जायें। इन कृत्यों को संत पापा के प्रेरितिक दौरे से होनेवाले आध्यात्मिक फल के लिए अर्पित किया जायेगा।

संदेश में इंगित किया गया है कि होली इमेज ओफ द वरजिन ओफ चारिटी की प्रतिमा और उनकी उपस्थिति देश में पाये जाने की चौथी सदी का समारोह अर्थात उदारता की कुँवारी के उपहार के लिए ईश्वर को धन्यवाद देने, और अधिक सजगता तथा उदारता के मनोभाव में ख्रीस्तीय प्रेम का अभ्यास करने तथा कोबरे स्थित तीर्थालय की तीर्थयात्रा करना जुबिली वर्ष 2012 में समर्पित किया गया है। धर्माध्यक्षों ने कहा कि संत पापा की क्यूबा की प्रेरितिक यात्रा उनकी शिक्षा पर मनन चिंतन करने का अवसर देगी तथा देश में मसीही जड़ो को मजबूत करेगी।

क्यूबा के धर्माध्यक्षों के अनुसार संत पापा की प्रेरितिक यात्रा उस इच्छा को पूरा करेगी जो बहुत समय से काथलिकों तथा क्यूबा के असंख्य लोगों के दिलों में है जो स्वयं को काथलिकों के साथ या कलीसिया का अंग मानते हैं। धर्माध्यक्षों ने विश्वासियों को स्मरण कराया है कि संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें क्यूबा की यात्रा उदारता के तीर्थयात्री रूप में करेंगे। उदारता का दूसरा नाम मसीही प्रेम है जिसे येसु ने दिखाया और आदेश दिया कि एक दूसरे से प्यार करो जैसे मैंने तुमसे प्यार किया।








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