2012-02-29 12:16:04

तमिल नाडः ग़ैरसरकारी संगठन पर आरोप के बाद भारतीय सरकार ने निष्कासित किया जर्मन को


तमिल नाड, 29 फरवरी सन् 2012 (ऊका समाचार): भारतीय अधिकारियों ने एक जर्मन नागरिक को देश से निष्कासित कर दिया है। जर्मन नागरिक एवं समाज सेवक राईनर हेरमन पर आरोप है कि उन्होंने तमिल नाड स्थित कूडनकुलन परमाणु बिजली संयंत्र के खिलाफ विरोध करनेवाले प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया था।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मंगलवार को राईनर हेरमन को चैन्नई से उनके देश वापस भेज दिया गया। वे पर्यटक वीज़ा पर भारत में थे।

राज्य के अधिकारियों ने कहा कि रूस निर्मित परमाणु संयंत्र से संबंधित दस्तावेज़ राईनर के कब्जे में थे। इससे पूर्व संघीय सरकार ने चार ग़ैरसरकारी संगठनों के बैक खातों को बन्द करवा दिया था।

राज्य पुलिस ने, विदेशी मुद्रा विनिमय अधिनियम के तहत इन ग़ैर सरकारी संगठनों के खिलाफ आरोप तय किये हैं तथा कहा है कि ये संगठन लोकोपकारी कार्यों के लिये मिले अनुदान का दुरुपयोग कूडनकुलन परमाणु बिजली संयंत्र के खिलाफ विरोध भड़काने के लिये कर रहे थे।

हालांकि, प्रभावित ग़ैरसरकारी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के आरोपों का खंडन किया है। संगठनों के नेता एस. उदयकुमार ने प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के विरुद्ध मानहानि का मुकद्दमा भी दायर किया है।

तमिलनाडु में तीन जिलों के हजारों मछुआरों सहित कई लोग उक्त परमाणु संयत्र का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि संयत्र उनके जीवन और आजीविका को प्रभावित करेगा।









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