2012-02-21 12:14:59

डबलिनः सन्त पापा जानते हैं कि यौन दुराचार ने जीवन को कष्टकर बनाया है, प्रेरितिक राजदूत


डबलिन, 21 फरवरी सन् 2012 (सी.एन.एस.): आयरलैण्ड के लिये प्रेषित नये परमधर्मपीठीय राजदूत ने कहा कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें इस बात के प्रति सचेत हैं कि यौन दुराचार के प्रकरणों ने आयरी काथलिकों के जीवन को कष्टकर बनाया है।

राजधानी डबलिन में, रविवार, 19 फरवरी को, सन्त पापा के प्रतिनिधि रूप में अपने स्वागत के उपलक्ष्य में आयोजित ख्रीस्तयाग के अवसर पर आयरलैण्ड में परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष चार्ल्स ब्राऊन ने कहा कि सन्त पापा इस बात को समझते हैं, "कि हाल के ये वर्ष आयरलैण्ड के काथलिकों के लिये अत्यधिक कष्टमय सिद्ध हुए हैं।"

महाधर्माध्यक्ष ब्राऊन ने कहा, "कुछेक काथलिक पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों द्वारा किये यौन दुराचारों ने सन्त पापा को व्याकुल किया है तथा आघात पहुँचाया है। उन्होंने उन पीड़ितों के घावों को महसूस किया है जिनकी आवाज़ कभी सुनी नहीं गई थी।"

महाधर्माध्यक्ष ब्राऊन इससे पूर्व विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद में काम कर चुके हैं। अपने अनुभवों के आधार पर उन्होंने कहा, "मैं अपने अनुभव से कह सकता हूँ कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें आयरलैण्ड के लोगों से प्रेम करते हैं तथा आयरलैण्ड की कलीसिया, उसके इतिहास, उसके प्रेरितिक उत्साह एवं दृढ़ विश्वास के प्रति सम्मान भाव रखते हैं।"

विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की पूर्व भूमिका के सन्दर्भ में उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आरम्भ से सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें सभी आवश्यक परिवर्तनों को कार्यरूप देने के लिये कृतसंकल्प रहे हैं ताकि कलीसिया विश्वासघात करनेवालों से कठोर एवं प्रभावात्मक ढंग से निपट सके।

ग़ौरतलब है कि विगत जुलाई माह में आयरी प्रधानमंत्री एडवर्ड केनी ने, पुरोहितों के यौन दुराचारों पर वाटिकन की स्थिति को परिकलित तथा तिरस्कारपूर्ण बताया था। इसके बाद वाटिकन ने पूर्व प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष जुसेप्पे लेआन्सा को वापस बुला लिया था। उन्हीं के स्थान पर अब सन्त पापा ने महाधर्माध्यक्ष ब्राऊन को आयरलैण्ड में परमधर्मपीठ का नया राजदूत नियुक्त किया है।








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