उड़ीसा में मानवाधिकार कार्यकर्त्ता जुनेश प्रधान गिरफ्तार
कंधमाल 16 फरवरी 2012 (एशिया न्यूज) कंधमाल में आदिवासियों के अधिकारों के लिए काम
करनेवाले प्रमुख कार्यकर्त्ता जुनेश प्रधान को पुलिस ने 9 फरवरी को गिरफ्तार कर बालिगुडा
के जेल में बंद कर दिया है। उनपर विस्फोटक पदार्थों को रखने का आरोप लगाया गया है और
यदि अदालत में आरोप सिद्ध हो जाता है तो इसके परिणामस्वरूप जुनेश को आजीवन कारावास की
सज़ा हो सकती है। पुलिस पदाधिकारी जे एन पंकज के अनुसार जुनेश के खिलाफ ठोस सबूत हैं।
ज्ञात
हो कि जुनेश प्रधान कंधमाल जिले में जनजातीय समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष करनेवाले
नेता के रूप में जाने जाते हैं। वे सन 2002 से 2007 तक ग्रीनबाड़ी के सरपंच रहे फिर 2007
से 2012 तक दारंगीबाड़ी पंचायत समिति के अध्यक्ष चुने गये। हाल के वर्षो में चरमपंथी
हिन्दुओं ने उनको अपना लक्ष्य बनाया क्योंकि वे सन 2007 और 2008 के ईसाई विरोधी साम्प्रदायिक
दंगे में हताहत हुए पीडितों को न्याय दिलाने के अभियान से जुडे थे।
ग्लोबल कौंसिल
ओफ इंडियन क्रिश्चियन के अध्यक्ष साजन जोर्ज ने मानवाधिकार कार्यकर्त्ता जुनेश प्रधान
की गिरफ्तारी की निन्दा करते हुए इसे " अवैध " तथा " मानवाधिकारों का खुला हनन " बताया
है। उन्होंने एशिया न्यूज से कहा कि जुनेश ने केवल निर्दोष आदिवासियों की गिरफ्तारी के
खिलाफ आवाज उठाया था। हम उसकी अविलम्ब रिहाई, उसके खिलाफ लगाये गये सब आरोपों को वापस
लेने, पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा जुनेश प्रधान के परिजनों को सुरक्षा
दिये जाने की माँग करते हैं।