वाटिकन सिटीः विश्व रेडियो दिवस पर वाटिकन प्रवक्ता की टीका
वाटिकन सिटी, 14 फरवरी सन् 2012 (सेदोक): यूनेस्को द्वारा घोषित प्रथम "विश्व रेडियो
दिवस" पर टीका करते हुए वाटिकन रेडियो के महानिर्देशक तथा वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको
लोमबारदी ने कहा, "हम आशा और स्वतंत्रता की आवाज़ हैं।"
13 फरवरी को यूनेस्को
द्वारा घोषित प्रथम "विश्व रेडियो दिवस" मनाया गया।
प्रथम विश्व रेडियो दिवस
पर, फादर लोमबारदी ने, 80 वर्षों पूर्व स्थापित वाटिकन रेडियो के बारे में कहा, "ऐसा
प्रतीत होता है कि हम भी सम्प्रेषण माध्यम के उस नये युग के साथ साथ कदम मिलाते हुए चले
हैं जिसकी शुरुआत रेडियो से हुई थी तथा आज तीव्र गति से नित्य बढ़ता चला जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "रेडियो वह माध्यम है जिसके द्वारा मानव समुदाय प्रचार प्रसार करता, एकत्र
होता तथा सम्वाद करता है।"
उन्होंने कहा, "रेडियो एक ऐसा माध्यम है जिसमें सरलता
से दैनिक जीवन की गतिविधियों को सुना समझा जा सकता है। यह टेलेविज़न जैसे अन्य माध्यमों
के आडम्बरी भड़काऊपन से दूर रहता है तथा इसमें सरलता से, बिना झगड़ों के, परस्पर सम्मान
एवं विचारों का आदान प्रदान सम्भव होता है।"
उन्होंने कहा कि रेडियो उन लोगों
का भी मददगार है जो दूर दराज़ के क्षेत्रों में जीवन यापन करते हैं, रात में अकेले हैं,
बीमार या फिर नेत्रहीन हैं। रेडियो ऐसा माध्यम है जिसमें मानव हृदय को स्पर्श करने की
अपार क्षमता है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि रेडियो कला रूप में संगीत का उपयोग करता
है जो, वर्तमान युग के युवाओं, बच्चों एवं अकेले जीवन यापन हेतु बाध्य लोगों के लिये,
अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
इसके आर्थिक पक्ष पर ध्यान आकर्षित कराते हुए फादर लोमबारदी
ने कहा कि रेडियो एक ऐसा माध्यम है जिसके लिये अधिक धन खर्च करना आवश्यक नहीं है इसलिये
विशेष रूप से निर्धन देशों में स्थानीय स्तरों पर रेडियो की उपस्थिति मूल्यों पर आधारित
समाजों के निर्माण में एक महत्वपूर्ण योगदान सिद्ध हो सकती है।