वाटिकन सिटी, 11 फरवरी, 2012 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा, "येसु इस धरा
पर सदा के लिये आये और रहस्यात्मक रूप से मानवीय कमजोरियों से आहत पर दिव्य कृपा से पूर्ण
कलीसिया को विशुद्ध करने का उनका मिशन जारी है।" संत पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं
जब उन्होंने ‘येसु - हमारे समकालीन’ विषय पर रोम में 9 से 11 फरवरी तक आयोजित तीन दिवसीय
सेमिनार के लिये इताली धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल अन्येलो बान्यास्को को
अपने संदेश भेजा। इस सेमिनार में इस बात पर विचार-विमर्श किया जा रहा है कि येसु आज
के युग के लिये क्यों एक ऐतिहासिक व्यक्ति से बढ़कर है? संत पापा ने कहा, "मुझे खुशी
है कि ख्रीस्तीय समुदाय और इताली समाज को लाभ के लिये येसु के व्यक्तित्व पर अन्तःविषयक
अध्ययन किये जा रहे हैं।" उन्होंने कहा, "येसु का वास्तविक स्वभाव आज यूखरिस्तीय
समारोह में विशे, रुप से प्रकट होता है जहाँ वे अपने दुःख, मृत्यु और पुनरुत्थान के द्वारा
उपस्थित हैं।" संत पापा ने कहा, “येसु जो आत्मा से प्रेरित हैं प्रत्येक मानव के
समकालीन है इसलिये वे सब युगों के लोगों को स्वीकार कर सकते हैं क्योंकि सभी ऐतिहासिक
येसु के मिशन में लगे हुए हैं।" कार्डिनल बान्यास्को ने सम्मेलन के बारे में कहा
कि आज कलीसिया के सामने चुनौती इस बात की है कि लोगों को यह बतलाना की 2000 वर्ष पूर्व
के येसु आज के लोगों के लिये किस तरह से प्रासांगिक या समकालीन हैं। सम्मेलन में
भाग ले रही एक शिक्षिका ने कहा,"आज के बच्चों का सोच है कि येसु सिर्फ़ ऐतिहासिक येसु
हैं। यह एक बड़ी चुनौती है पर इससे बढ़कर सच बात तो यह है कि येसु ने जो अमर संदेश हमारे
लिये छोड़ दिया है वह यह है कि ईश्वर का प्रेम अनन्त है, सर्वव्यापी है, असीमित है इसीलिये
येसु हमारे समकालीन हैं।" रोम में आयोजित इस विशेष सभा में संस्कृति के लिये बनी
परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल जियान फ्रंको रवासी, रोम के पूर्व विकर जेनरल
कार्डिनल कमिल्लो रुइनी और कार्डिनल जोसेफ ज़ेन ज़ेकियुन भी हिस्सा ले रहे हैं। इसमें
जर्मन ईशशास्त्री क्लाउस बेरजेर, फ्रांसीसी एतिहासाकार और दर्शनशास्त्री जाँ लुक मरियोन,
इताली फिल्म निदेशक और पटकथा लेखिका लिलियान कवानी और वाटिकन लेस्प्रेसो के संवाददाता
सान्द्रो मजिस्तेर भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं।