कलीसिया नैतिक मूल्यों का साक्ष्य दृढ़ संकल्प के साथ दे
वाटिकन सिटी, 6 फरवरी, 2012 (वीआर, अंग्रेजी) वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको
लोमबारदी ने कहा, "यह ज़रूरी है है कि कलीसिया दृढ़ बनी रहे और अपने नैतिक मूल्यों का
साक्ष्य दृढ़ संकल्प के साथ दे।"
जेस्विट फादर लोमबारदी ने उक्त बातें उस समय
कहीं जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ कलीसिया की
विश्वसनीयता और पारदर्शिता के बारे में अपने विचार दिये।
उन्होंने कहा, "ऐसे
समय में जब वाटिकन और कलीसिया की विश्वसनीयता पर पर बहस हो रही हैं उस आलोचानाओं का सामना
करना पड़ रहा है कलीसिया को चाहिये कि वह दृढ़ बनी रहे।"
उन्होंने कहा, "यह मुद्दा
इसलिये भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इससे जुड़ी दो बातों ने आम जनता का ध्यान अपनी ओर
खींचा है - बाल यौन-दुराचार और आर्थिक एवं वित्तीय पारदर्शिता।"
बाल यौन-शोषण
के मामले में संत पापा की पहल पर वैसे देशों में जहाँ कलीसिया की अति बदनामी हुई थी,
इसके निदान के लिये कुछ ठोस कदम उठाये जा चुके हैं। इसमें प्रमुख हैः बाल यौन पीड़ितों
की व्यथा सुना, यौन-दुराचार के कारणों का पता लगाना, जागरुकता पैदा करना और बाल यौन-दुराचार
के पूर्ण निराकरण के लिये कार्य करना। इस क्षेत्र में जिस तरह के प्रयास किये जा रहे
हैं वे इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि कलीसिया सही दिशा की ओर बढ़ रही है।
फादर
लोमबार्दी ने बतलाया कि इस सप्ताह रोम के परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन युनिवर्सिटी में ‘परिशोधन
एवं नवीकरण की ओर’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया है जिसमें 100 धर्माध्यक्ष
और 30 धर्मसमाजी संगठन हिस्सा लेंगे। इस सेमिनार के साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय केन्द्र
का उद्घाटन किया जायेगा जो नवीकरण के कार्य को आगे बढ़ाएगा।
उन्होंने बतलाया
कि वित्तीय क्रियाकलापों की निगरानी के लिये वाटिकन अपनी संस्थाओं को एक अंतरराष्ट्रीय
नियंत्रण प्रणाली के अंतर्गत डालने जा रही है ताकि काले धन को वैध करने संगठित, अपराध
और आतंकवाद पर काबू पाया जा सके।
उन्होंने कहा, "उनकी आशा है कि कलीसिया के लिये
बनाये गये नये नियमों से चर्च संस्थायें सुरक्षित और पारदर्शी बन पायेगी। रास्ता लम्बा,
पर साफ है जिससे इस बात का आश्वासन दिया जा सकता है कि उचित कार्य सम्पन्न किये जायेंगे
और कलीसिया सुसमाचार के मूल्यों का साक्ष्य दे पायेगी।"