बेहतर भारत बनाने के लिए कलीसिया के कामों की समीक्षा करें
बंगलोर 2 फरवरी 2012 (ऊकान) येसु धर्मसमाजी समाज विज्ञानी फादर रूडोल्फ हेरेडिया ने
भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों से आग्रह करते हुए कहा कि वे बेहतर भारत बनाने में सहायता
करने के लिए कलीसिया के कामों की समीक्षा करें। भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
की 30 वीं आमसभा के प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि येसु ने अपने
समय में जो किया मात्र उनका दुहराव करने की अपेक्षा देखें कि आज येसु होते तो आधुनिक
भारत में क्या करते। उन्होंने कहा कि हमारे विजन और मिशन को नवीकृत करने की जरूरत है
जो हमारी गतिविधियों को प्रेरणा प्रदान करे। आज भारत में चुनौती है कि करोड़ो लोगों को
आशा प्रदान करना जो निर्धनों और वंचित तबकों के लिए न्याय लाने में लोकतंत्र की असफलता
से दिगभ्रमित प्रतीत होते हैं। फादर हेरेदिया ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हमारा
कुलीन शासक जो स्वतंत्रता आन्दोलन का मुख्य लाभुक रहा है उनके लिए न्यायी समाज की स्थापना
प्राथमिकता नहीं है। विशिष्ट सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान के आधार पर होनेवाली वोट बैंक
राजनीति के कारण भारत के बहुसांस्कृतिक और बहुधार्मिक समाज के लिए खतरा है। उन्होंने
कहा कि ऐसे परिप्रेक्ष्य में कलीसिया को न केवल निजी रूप में लेकिन विभिन्न संस्थानों
के नेटवर्कों द्वारा नबूवती साक्ष्य देना है।