2012-02-02 19:59:11

16 वां विश्व समर्पित जीवन दिवस


वाटिकन 2 फरवरी 2012 (काथलिक कल्चर) काथलिक कलीसिया ने 2 फरवरी को मंदिर में प्रभु येसु के समर्पण का त्योहार मनाया। इसी दिन 16 वाँ विश्व समर्पित जीवन दिवस भी मनाया गया जिसकी शुरूआत धन्य संत पापा जोन पौल द्वितीय ने 1997 में मनाने की की थी।
उन्होंने अपने पहले संदेश में इस दिवस के तीन उद्देश्यों पर प्रकाश डाला था। पहला उद्देश्य धर्मसमाजी या समर्पित जीवन के महान उपहार के लिए ईश्वर का महिमागान करते हुए और अधिक समारोही तरीके से धन्यवाद देना, ईश्वर के राज्य के लिए समर्पित अनेक जीवन जो विभिन्न उत्कृष्ट फलों तथा विविध कैरिज्म से मसीही समुदाय को समृद्ध बनाता तथा आनन्द प्रदान करता है।
दूसरा लक्ष्य है कि समर्पित जीवन के बारे जानकारी तथा सम्पूर्ण ईश प्रजा द्वारा समर्पित जीवन के प्रति सम्मान का प्रसार करना।
तीसरा कारण है कि समर्पित जीवन जीनेवाले पुरोहितों धर्मबंधुओं धर्मबहनों को समारोह मनाने के लिए आमंत्रित करना कि प्रभु द्वारा उनके जीवन और काम के माध्यम से सम्पन्न भले कार्यों के लिए समारोह मनाने के लिए आमंत्रित करना, उनकी जीवन शैली में पवित्र आत्मा के द्वारा लायी गयी दिव्य सौंदर्य के प्रकाश को आलोकित विश्वास के द्वारा खोज करना तथा कलीसिया और विश्व में अपने अहस्तांतरणीय मिशन के बारे में और अधिक स्पष्ट जागरूकता प्राप्त करना।
विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियों के दबावों और बाधाओं के मध्य समर्पित जीवन जीनेवाले लोग इस वार्षिक स्मरण दिवस पर अपनी बुलाहट के स्रोत तक आयें, अपने जीवन का मूल्यांकन करें तथा अपने अर्पण के समर्पण की अभिपुष्टि करें।
शिशु येसु के मंदिर में अर्पण पर्व के उपलक्ष्य में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें संत पेत्रुस बासिलिका में 2 फरवरी की संध्याकाल में आयोजित समारोह की अध्यक्षता कर धर्मसमाजी और समर्पित जीवन जीनेवाले धर्मबंधुओं और धर्मबहनों को अपना संदेश देंगे।








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