वाटिकन सिटीः यहूदी नरसंहार को नकारनेवालों की प्रवक्ता ने की निन्दा
वाटिकन सिटी, 31 जनवरी सन् 2012 (सेदोक): वाटिकन के प्रेस प्रवक्ता फादर फेदरिको लोमबारदी
ने यहूदी नरसंहार को नकारनेवालों की निन्दा की है।
सन् 1945 ई. में 27 जनवरी
को पोलैण्ड स्थित आऊशविट्स के नाज़ी नज़रबन्दी शिविरों को बन्द कर दिया गया था। इन शिविरों
में हिटलर के अधीन नाज़ी प्रशासन ने लगभग छः लाख यहूदियों की हत्या कर दी थी।
27
जनवरी को नाज़ी शिविरों के बन्द किये जाने की 67 वीं बरसी के दिन वाटिकन टेलेविज़न के
"ओक्तावा दियेज़" कार्यक्रम के दौरान वाटिकन के प्रवक्ता फादर लोमबारदी ने कहा, "बर्बर
यहूदी नरसंहार को न तो हम भुला सकते हैं और न ही इसे भुलाया जाना चाहिये।"
फादर
लोमबारदी ने कहा कि इस बात के प्रति सावधानी बरती जानी चाहिये कि यहूदी नरसंहार से इनकार
न किया जाये बल्कि इससे आगे के लिये शिक्षा ग्रहण की जाये। उन्होंने कहा, "इससे इनकार
अज्ञान का परिणाम है और इस प्रकार का अज्ञान ख़तरनाक है, विशेष रूप से, जब इसका स्रोत
राजनैतिक स्वार्थ होता है।"
यहूदी नरसंहार पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के शब्दों
को उद्धृत कर फादर लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा ने आशा व्यक्त की है, "शोआ अर्थात् यहूदी
नरसंहार की याद मानव जाति को इस तथ्य पर चिन्तन हेतु प्रेरित करेगी कि जब बुराई मानव
हृदय पर कब्ज़ा करती है तब उसकी शक्ति कितनी ख़तरनाक होती है।"
फादर लोमबारदी
ने कहा कि हिंसा, असहिष्णुता तथा अत्याचारों की भयानक दुष्टता के समक्ष ख्रीस्तीय धर्म
का उत्तर एक ही है और वह है ईश्वर में विश्वास, ईश्वर के पुत्र येसु ख्रीस्त के दुखभोग
में विश्वास। उन्होंने कहा कि विश्व एवं उसके इतिहास के समक्ष, मानव के निर्णायक एवं
गहन प्रश्न ईश्वर में विश्वास से ही जुड़े हैं।