बैंगलोरः बेहतर भारत के लिये काथलिक कलीसिया की भूमिका पर सी.बी.सी.आय. में विचार विमर्श
बैंगलोर, 31 जनवरी सन् 2012 (ऊका): बैंगलोर में, सम्पूर्ण भारत के 160 काथलिक धर्माध्यक्ष
"एक बेहतर भारत के लिए कलीसिया की भूमिका" पर विचार विमर्श हेतु एकत्र हो रहे हैं।
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से 8 फरवरी तक बैंगलोर स्थित स्वास्थ्य विज्ञान सम्बन्धी सेंट जॉन्स नेशनल एकेडमी में
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 30 वीं आम सभा का आयोजन किया गया है।
भारतीय
काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उप महासचिव फादर थॉमस सिक्वेरा ने बताया कि इस वर्ष
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन तथा भारत की कारितास शाखा की पचासवीँ जयन्ती है। इसी के उपलक्ष्य
में आम सभा में चर्चा हेतु "एक बेहतर भारत के लिए कलीसिया की भूमिका" विषय चुना गया।
भारत के लैटिन राईट धर्माध्यक्षों सहित सिरो मलाबार तथा सिरो मलंकार काथलिक धर्माध्यक्ष,
भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन सी.बी.सी.आय. के सदस्य हैं।
फादर सिक्वेरा ने कहा,
"विश्व में बढ़ते भौतिकतावाद, राष्ट्र निर्माण के समक्ष प्रस्तुत चुनौती, सार्वजनिक जीवन
में ईमानदारी के साथ साथ कलीसिया के समाज कल्याण कार्य जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सामाजिक
विकास आदि पर विचार विमर्श किया जायेगा।"
न्याय और शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय
समिति के अध्यक्ष वाटिकन के वरिष्ठ कार्डिनल पीटर टर्कसन, विश्व के कल्याकारी कार्यों
को आर्थिक सहायता प्रदान करनेवाली संस्था मिज़ेरेओर के निर्देशक जोसफ सायर तथा येसु धर्मसमाज
के फादर रूडी हेरेडिया आम सभा को सम्बोधित करेंगे। इस आम सभा की अन्य विशेषताओं में फादर
ने बताया कि सूचना के त्वरित प्रसार के लिए एक मज़बूत राष्ट्रीय नेटवर्क स्थापित किये
जाने के बारे में भी चर्चा की जायेगी।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
की 30 वीँ आम सभा का उदघाटन, पहली फरवरी को, भारत में परमधर्मपीठ के राजदूत महाधर्माध्यक्ष
साल्वातोर पेन्नाखियो के नेतृत्व में अर्पित ख्रीस्तयाग से किया जा रहा है।