बांगला देश, 30 जनवरी, 2012 (कैथन्यूज़) बांगलादेश में स्थानीय स्वयंसेवी संस्था ‘सेंटर
फॉर कम्युनिकेशन एंड डेभेलोपमेंट’ (सीसीडी) ने ब्रिटिश कौंसिल के ‘ऐक्टिव सिटीजेन्स प्रोजेक्ट’
(सक्रिय नागरिक योजना) के साथ तालमेल करते हुए देश उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के आदिवासी समुदाय
के लिये एक प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन किया ताकि वे समुदाय का नेतृत्व कर सकें। इस
प्रशिक्षण सेमिनार में विकास, नागरिकों की भूमिका, क्षमताओं क विकास, योजनाओं के कार्यन्वयन
तथा विकास की चुनौती आदि विषय पर विचार-विमर्श किये गये। सीसीडी के निदेशक 40 वर्षीय
गोलाम मोर्तुज़ा ने कहा, "युवाओं को चाहिये कि वे सामने आयें और आदिवासी समुदाय का नेतृत्व
करें।" उन्होंने कहा, "किसी समुदाय के सशक्तिकरण के लिये यह ज़रूरी है कि मानव क्षमता
और तकनीकि का उचित उपयोग हो तथा जिसका आधार हो - देशभक्ति और समुदाय, समाज और राष्ट्र
के प्रति प्रेम।" गोलाम मोर्तुज़ा ने कहा, "ऐक्टिव सिटीज़ेन्स प्रोजेक्ट विश्व स्तरीय
है जिसमें 36 देशों के युवाओं को शामिल किया गया है और 7 हज़ार विद्यार्थी इससे लाभान्वित
हो रहे हैं। अन्य 4 हज़ार लोगों को इस अभियान में शामिल किये जाने की आवश्यकता है।"
ब्रिटिश कौंसिल प्रशिक्षक हासन राज़ीब ने कहा, "बांगलादेश में आदिवासियों की स्थिति
सबसे दयनीय है, उनकी संस्कृति और परंपराओं का ह्रास हुआ है क्योंकि वे अशिक्षित और अनभिज्ञ
हैं।"
उन्होंने कहा कि ‘ऐक्टिव सिटीजेन्स प्रोजेक्ट’ (सक्रिय नागरिक योजना)
उनकी सांस्कृतिक धरोहर के पुनरोद्धार में मदद दे सकती है और उनके समुदाय के विकास में
अपना योगदान दे सकती है।