मुम्बई, 28 जनवरी, 2012(एशियान्यूज़) भारतीय धर्माध्यक्षीय समिति (सीबीसीआई) ने अगले
माह 1 से 8 फरवरी तक बंगलोर के ‘सेंट जोन्स नैशनल अकादमी ऑफ़ हेल्थ एंडज साइन्स’ में
एक सभा का आयोजन किया है जिसमें पूरे भारत से 160 धर्माध्यक्ष भाग लेंगे। सभा की
विषयवस्तु है, "बेहतर संकेत के लिये कलीसिया की भूमिका"। सभा में जिन मुद्दों पर विचार-विमर्श
किये जाये जायेंगे उनमें -हिन्दु और मुस्लिम चरमपंथियों द्वारा ईसाइयों पर हिंसा, प्रमुख
है। सीबीसीआई प्रत्येक दूसरे वर्ष देश से जुड़े मुद्दों को पर विचार-विमर्श करने
के लिये सभा का आयोजन करती है। एशिया समाचार के अनुसार इस महासभा में पूरे देश के
काथलिक कलीसिया के तीनों राइट्स या विधि - लैटिन, सिरो मलाबार, और सिरो मलंकरा के धर्माध्यक्ष
हिस्सा लेंगे। इस सभा में न्याय और शांति के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
कार्डिनल पीटर तुर्कसन ने भी भाग लेने की पुष्टि की है। सभा में देश में सुसमाचार
के मूल्यों के प्रचार की नयी नीतियों एवं रणनीतियों के बारे में चर्चा की जायेगी। इस
बैठक में धर्माध्यक्ष धार्मिक कट्टरवाद, आर्थिक मंदी और सांसारिकता जैसी समस्याओं के
समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।