नई दिल्लीः भारतीय पर्यटन मंत्रालय ने प्राचीन गिरजाघरों को पर्यटन सूची में किया शामिल
नई दिल्ली, 25 जनवरी सन् 2012 (कैथन्यूज़): भारत के प्राचीन गिरजाघर भी भारतीय पर्यटन
मंत्रालय द्वारा घोषित योजना के तहत पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल किये जायेंगे।
बुधवार
को नई दिल्ली में पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय ने पत्रकारों से कहा "भारत विभिन्न धर्मों
का धाम है तथा यहाँ धार्मिक स्थलों के सन्दर्भ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये बड़ी
गुंजाईश है।"
मंत्री महोदय ने कहा उनका मंत्रालय उन धार्मिक स्थलों की पहचान
करने के लिये एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर रहा है जहाँ पर्यटक ठहर सकते तथा
आध्यात्मिक लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य मूल्यों पर आधारित पर्यटन
को बढ़ावा देना है।
इस परियोजना के तहत मंत्रालय बौद्ध, ईसाई, हिंदू, जैन, सिख,
सूफी और सर्व धर्म स्थलों की पहचान करेगा।
उक्त परियोजना के तहत ख्रीस्तीय धर्म
के स्थलों को भी शामिल किया गया है जिनमें गोवा, केरल और तमिलनाडु के गिरजाघर हैं।
सूफी
सर्किट के अन्तर्गत दिल्ली, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड
और उत्तर प्रदेश स्थित इस्लामी धार्मिक स्थल शामिल होंगे।
राष्ट्रीय अखण्डता
को प्रोत्साहित करने के लिये, सर्वधर्म सर्किट के अन्तर्गत, तिरुपति, वेलांकनी, वैष्णो
देवी, स्वर्ण मंदिर तथा दिल्ली का सेक्रेट हार्ट गिरजाघर शामिल हैं।
पर्यटन मंत्रालय
ने 12 वीं योजना के लिए 94,5 अरब रुपये परिव्यय का प्रस्ताव किया है। इस परियोजना के
लिये मंत्रालय निजी भागीदारों से 280 अरब रुपए जुटाने की योजना रखता है।