रोम नगर तथा लात्सियो प्रांत के प्रशासनाधिकारियों के लिए संत पापा का संदेश
वाटिकन 12 जनवरी 2012 सेदोक,वीआर अंग्रेजी रोम नगर के नगराध्यक्ष जियोवान्नी आलेमानो,
लात्सियो क्षेत्र की अध्यक्ष रेनाता पोलवेरिनी तथा रोम प्रांत के अध्यक्ष निकोला जिंगारेत्ती
ने 12 जनवरी को वाटिकन में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का साक्षात्कार किया। इसके बाद
संत पापा ने वाटिकन स्थित क्लेमेंतीन सभागार में रोम नगर तथा लात्सियो प्रांत के प्रशासनिक
अधिकारियों को सम्बोधित किया। उन्होंने नये साल की शुभकामनाएँ देने के इस अवसर पर सबसे
मानववाद का विकास करने का नवीकृत आह्वान किया जिसमें हर व्यक्ति की मर्यादा का सम्मान
किया जाये तथा समुदाय की सेवा हेतु तैयार रहा जाये। संत पापा ने कहा कि लात्सियो
प्रांत में आर्थिक और वित्तीय कठिनाईयों के प्रभावों को अनुभव किया गया है जिससे विश्व
के अनेक भाग प्रभावित हुए हैं। युवाओं की बेरोजगारी, बुजुर्गों और वृद्धों का अकेलापन,
समाज में लोगों का अलग थलग किया जाना तथा निर्धनों को समाज के पार्श्व में डाले जाने
जैसी समस्याओं का अनुमान और आंकलन किया जा रहा है। इस संदर्भ में संत पापा ने कहा कि
मसीही समुदाय शिक्षा प्रदान करने के काम में संलग्न है जो विशेष रूप से नवीन पीढ़ी को
नये मूल्य दे सकता है, उन्हें बेहतर भविष्य दे सकता है। संत पापा ने आतिथ्य सत्कार
प्रदान करने के मूल्य की सराहना की जिसकी जड़े रोम के निवासियों के दिलों में गहन रूप
से अंकित हैं। संत पापा जोन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा समारोह के दिनों में विश्व के
विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में आये विश्वासियों के लिए रोम निवासियों द्वारा प्रदर्शित
बंधुत्व, भाईचारा तथा अनमोल सहयोग का संत पापा ने सहर्ष कृतज्ञतापूर्वक स्मरण किया। उन्होंने
प्रशासनाधिकारियों का आह्वान किया कि वे सहद्यता के मूल्य को मजबूत करते हुए कठिन परिस्थतियों
में जीवन जी रहे लोगों को समर्थन प्रदान करें। परिवारों, विशेष रूप से बड़े परिवारों
को विशेष सहायता उपलब्ध करायें जो संसाधनों की कमी या रोजगार की अपर्याप्तता के कारण
गंभीर परिस्थिति से गुजर रहे हैं। संत पापा ने परिवार के बंधन को मजबूती प्रदान करते
हुए बेरोजगार युवाओं के लिए काम के अवसर बनाने का सब प्रशासनाधिकारियों का आह्वान किया
ताकि नवीन पीढ़ी को बेहतर भविष्य मिल सके और वे अवैध संगठनों या आपराधिक समूहों के शिकार
नहीं बनें जो आसानी से धन उपलब्ध कराते तथा मानव जीवन का सम्मान भी नहीं करते हैं।