बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पापा पौल षष्टम सभागार में 11 जनवरी को सम्पन्न बुधवारीय
आमदर्शन समारोह के अवसर पर देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं
में सम्बोधित किया। उन्होंने अंग्रेजी भाषा में सम्बोधित करते हुए कहाः-
अतिप्रिय
भाईयो और बहनो,
ख्रीस्तीय प्रार्थना पर जारी हमारी धर्मशिक्षा माला में आज हम
अंतिम ब्यालू के समय येसु द्वारा की गयी प्रार्थना पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हैं
जब हमारे प्रभु ने यूखरिस्त संस्कार, अपने शरीर और रक्त के संस्कार की स्थापना की। येसु
का स्वयं का उपहार क्रूस पर उनके आत्मबलिदान तथा उनके महिमामय पुनरूत्थान का पूर्वाभास
था। यूखरिस्त येसु और उनकी कलीसिया की सर्वोच्च प्रार्थना है। अंतिम ब्यालू के समय, जिसमें
पास्का का भोजन तथा इस्राएल की मुक्ति की यादगारी के सुर सहित येसु की प्रार्थना हिब्रू
बेराखा को प्रतिध्वनित करती है जिसमें धन्यवाद और वरदान का उपहार दोनों शामिल है। अपनी
मृत्यु से पहले की रात्रि को रोटी तोड़ने तथा प्याला अर्पित करने का उनका कृत्य पिता
ईश्वर की इच्छा के प्रति आज्ञाकारिता में उनका मुक्तिदायी आत्मदान है। इस प्रकार वे सच्चे
पास्का मेमने प्रतीत होते हैं जो प्राचीन आराधनाविधि को परिपूर्णता तक पहुँचाती है। येसु
की प्रार्थना में उनके शिष्यों, विशेष रूप से पेत्रुस के लिए शक्ति की याचना निहित है।
हमारी कामना है कि ख्रीस्त के आदेश के प्रति आज्ञाकारी रहते हुए यूखरिस्त का समारोह,
अंतिम ब्यालू के समय कहे गये उनकी प्रार्थना से हमें और अधिक संयुक्त करे तथा समर्थ बनाये
कि उनके साथ संयुक्त रहते हुए हम अपने जीवन को पिता ईश्वर के लिए और अधिक योग्य तरीके
से बलिदान के रूप में चढ़ा सकें। इतना कहने के बाद संत पापा ने आमदर्शन समारोह
में उपस्थित अंग्रेजी भाषी तीर्थयात्रियों का हार्दिक अभिवादन किया कर उनके लिए ईश्वरीय
आनन्द और शांति रूपी वरदान की कामना की। उन्होंने अमरीका के विभिन्न प्रांतों से आये
विभिन्न स्कूली समूहों सहित मिनेसोटा स्थित संत पौल सेमिनरी के डीकनों एवं न्यूजीलैंड
से आये कार्मेल कालेज के विद्यार्थियों का भी सहर्ष अभिवादन किया।
अंत में संत
पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कनाडा से आये इंटरफेथ जर्नी के प्रतिभागियों का स्वागत करते
हुए सब अंग्रेजी भाषी पर्यटकों और उनके परिजनों पर प्रचुर मात्रा में ईश्वरीय आशीष की
कामना की।
तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित करने के बाद बुधवारीय
आमदर्शन समारोह के अंत में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद
प्रदान किया।