मैंगलोर, 30 दिसम्बर सन् 2011 (ऊका समाचार): मैंगलोर के काथलिक अधिकारियों ने, बुधवार
को ख्रीस्तीयों पर आक्रमण की दो अलग अलग घटनाओं की रिपोर्ट की। बताया गया कि एक प्रार्थनालय
को क्षति पहुँचाई गई तथा प्रभु ख्रीस्त के जन्म को दर्शानेवाले एक गऊशाले को आग के हवाले
कर दिया गया।
कर्नाटक राज्य में सेवारत काथलिक पल्ली पुरोहित फादर आईवन डिसूज़ा
ने कहा कि उन्हें शक है कि यह हमले हिन्दु चरमपंथियों का काम है। उन्होंने कहा कि सम्भवतः
उनका अभिप्राय शांति को भंग करना था।
भस्म गऊशाले के निकट रहनेवाली रेजिना फरनानडेड़
ने बताया कि लगभग प्रातः तीन बजे उन्होंने कुत्तों के भौंकने की आवाज़ सुनी। सुबह जब
वे वहाँ पहुँचे तो उन्होंने भस्म गऊशाले के पास मिट्टी के तेल एवं पेट्रोल की बोतलों
को पाया।
इस बीच, हालेयानगढ़ में लगभग 12 अज्ञात व्यक्तियों ने हेब्रोन प्रॉटेस्टेण्ट
चर्च के प्रार्थनालय पर पत्थर फेंके। प्रार्थनालय पर लगे सी.सी. कैमरों में हमलावरों
को फरार होते देखा जा सकता है।
पुलिस ने जाँच पड़ताल का आश्वासन दिया है।
इससे
पूर्व क्रिसमस के दिन कर्नाटक में ही न्यू लाईफ फैलोशिप चर्च के पादरी डोनल्ड मेनेज़स
के निवास पर लगभग 15 अज्ञात व्यक्तियों ने हमला कर दिया था। उस समय निवास में क्रिसमस
का प्रीति भोज जारी था।
हमले में कई घायल हो गये तथा एक व्यक्ति का पाँव भी टूट
गया।
पादरी डोनल्ड ने ख्रीस्तीयों पर अनवरत जारी आक्रमणों की कड़ी निन्दा की
है।