तोम्स्कः रूसी अदालत ने भगवत् पर प्रतिबन्ध की मांग को किया खारिज
तोम्स्क, 29 दिसम्बर सन् 2011 (बी.बी.सी) रूस की एक अदालत ने भगवद् गीता पर प्रतिबन्ध
की मांग को खारिज कर दिया है।
साईबेरिया के तोम्स्क शहर की रूसी ऑरथोडोक्स कलीसिया
ने भगवत् गीता के रूसी संस्करण को, अतिवादी साहित्य बताकर, इसपर प्रतिबन्ध की मांग की
थी। जिसका भारत सरकार सहित, भारत के हिन्दुओं तथा ख्रीस्तीय समुदाय ने भी कड़ा विरोध
किया था।
रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूसी ऑरथोडोक्स कलीसिया ने भगवत्
गीता का विरोध नहीं किया था बल्कि गीता पर, इस्कॉन के संस्थापक ए.सी भक्तिवेदांता स्वामी
प्रभुपाद द्वारा लिखी गई टिप्पणियों का विरोध किया था।
तोम्स्क शहर में इस्कॉन
हरे कृष्णा गुट के वकील ने अदालत के फ़ैसले का स्वागत किया है और कहा है कि ये दर्शाता
है कि रूस सचमुच में एक लोकतांत्रिक देश बन रहा है।
रूस में हरे कृष्णा के अनुयायियों
का आरोप है कि उक्त संस्करण पर प्रतिबन्ध लगाकर रूसी ऑरथोडोक्स चर्च हरे कृष्णा गुट की
गतिविधियों को सीमित करना चाहता था।
मामले में सुनवाई जून में शुरु हुई थी जो
28 दिसम्बर को खत्म हुई ।